Seoni: छात्र-छात्राओं ने जाना प्रकृति एवं वन्यजीव संरक्षण के महत्व को, किया नेचर ट्रेल के प्रकृति पथ का भ्रमण

सिवनी, 10 दिसंबर। विश्वविख्यात पेंच नेशनल पार्क में शुक्रवार की सुबह बालाघाट जिले अंतर्गत आने वाले एस.एस.पी कालेज के 45 विद्यार्थी एवं उनके साथ 09 शिक्षकों का एक दल पेंच पार्क आया जहां उन्होनें बफर सफारी एवं ओसेकट्टा नेचर ट्रेल का भ्रमण कर प्रकृति एवं वन्यजीव संरक्षण के महत्व को जाना।


पेंच प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को बालाघाट जिले के अंतर्गत आने वाले वारासिवनी तहसील स्थित एस.एस.पी कालेज के 45 छात्र-छात्राएं 09 शिक्षकों के साथ पेंच पार्क पहुंचे। जहां पेंच मोगली अभ्यारण के अधीक्षक आशीष कुमार पांडे एवं रूखड बफर के वन परिक्षेत्र अधिकारी शुभभ बडोनिया द्वारा टाइगर रिजर्व, वन्यप्राणी संरक्षण, वन्यप्राणियों का महत्व , पेंच टाईगर रिजर्व की विशेषताएं ,टाईगर रिजर्व , अभ्यारण , नेशनल पार्क , कोर क्षेत्र , बफर क्षेत्र क्या होता है यह बताया गया है तथा वन्यप्राणी एवं देशी जानवर में अंतर क्या होता है इनका महत्व आदि के विषय में जानकारी दी गई। इसके बाद महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने जंगल सफारी की जहां उन्होनें चीतल, साभर, बायसन, बंदर, हिरन,मोर, बंदर सहित अन्य वन्यप्राणियों के दर्शन किया तथा वहां की वनस्पति पौधों का अवलोकन कर अपना ज्ञान अर्जन किया। इसके बाद महाविद्यालीयन छात्र-छात्राओं को ओसेकट्टा नेचर ट्रेल पर ले जाया गया जहां पर वन परिक्षेत्र अधिकारी शुभभ बडोनिया एवं स्थानीय स्टाफ द्वारा प्रकृति पथ व वन्यप्राणियों के संबंध में जानकारी दी गई। नेचर ट्रेल में भ्रमण के दौरान महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं को जानवरों के पर्गमार्ग ,कीडे, मकडी , मकडी के जाले , चट्टाने, दीमक, सहित प्राकृतिक चीजों को देखा और उनके बारे में जानकारी हासिल की।
इस दौरान महावि़द्यालयीन छात्र-छात्राओं से क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण से संबंधित प्रश्न पूछे गये जहां पर सही उत्तर देने वाले छात्र-छात्राओं को पेंच पार्क के मोनो बने मग को देकर उनको पुरूस्कृत किया गया।
हिन्दुस्थान संवाद

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