Seoni: चार वर्षो में 24 जनहानि, 21 बाघ एवं 19 तेदुंए की मौत दर्ज
सिवनी, 26 फरवरी। जिले में अवैध शिकार के मामले थम नही रहे है जिसके कारण वन्यप्राणियों की मौतों में इजाफा हुआ है वहीं जनजागरूकता के अभाव में विद्युत करेंट से वन्यप्राणियों की मौतों की संख्या में बढोत्तरी हुई है। बीते चार वर्षो में विभागीय आंकडों में 24 जनहानि , 21 बाघों की मौत एवं 17 तेदुंए की मौत दर्ज की गई है।
जिले के वन वृत अंतर्गत चार वर्षो में (वर्ष 2020 से 26 फरवरी 2023 तक) कुल 21 बाघों की मौत ( दो प्रकरणों में बाघ के अवशेष, एक प्रकरण में बाघ का कंकाल मिला है) हुई है वहीं 19 तेंदुएं की मौत हुई है। जिनमें दर्ज रिकार्ड अनुसार जिले के पेंच टाईगर रिजर्व में 01 जनवरी 20 से 31 जनवरी 23 तक 13 बाघों एवं 09 तेंदुआ की मृत्यु हुई है। जिनमें 05 बाघों की मृत्यु आपसी संघर्ष के कारण हुई वहीं 04 बाघों की मौत प्राकृतिक हुई है और 02 बाघों की मौत विद्युत करेंट से हुई है वहीं अन्य दो बाघों में से एक की मौत बीमारी से और एक की मौत वृद्धावस्था से हुई है। वहीं पेंच टाईगर रिजर्व में वाहन दुर्घटना से 02, करंेट से 01 प्राकृतिक 01, बीमारी से 01, वृद्धावस्था से 01 , बिना मुंडेर के कुंए में गिरकर 01 और पेड से गिरकर एक तेदुंआ की मौत हुई है।
इसी प्रकार दक्षिण सामान्य वनमंडल में वर्ष 2020-21 से 2022-23 तक 03 बाघों की मौत विद्युत करेंट, एक बाघ शावक रोड क्रास करते हुए मौत एवं दो प्रकरणों में बाघ के शरीर के अवयव मिले है। वहीं चार तेदुएं की मौत दर्ज की गई है जिनमें एक नर तेदुंआ की आपसी संघर्ष व एक मादा तेदुंआ की वृक्ष से नीचे गिरने से , एक तेदुए की अप्राकृतिक मौत वहीं एक तेदुए की विद्युत करेंट से मौत हुई है।
इसी प्रकार बरघाट परियोजना मंडल में वर्ष 2020 में एक नर तेंदुआ एवं एक मादा तेदुआ की प्राकृतिक मौत व एक अवैध शिकार के दर्ज प्रकरण में बाघ का कंकाल मिला है। वहीं वर्ष 2021 में एक मादा बाघ की आपसी संघर्ष से मौत व एक तेदुआ की मौत प्राकृतिक वहीं एक तेदुंआ की मौत किस कारण से हुई है जिसमें वर्तमान तक तक जांच चल रही है। वहीं एक मादा तेदुंआ की आपसी संघर्ष में मौत होना दर्ज किया गया है। वहीं वर्ष 2022 एवं 2023 में जनहानि के प्रकरण एवं बाघ एवं तेंदुआ की मौत से संबंधित आकंडे विभाग द्वारा निरंक बताये गये है। इसी प्रकार उक्त वर्षाे में उत्तर सामान्य वनमंडल दो तंेदुए की मौत हुई है।
इसी प्रकार जनहानि के प्रकरणों में गौर करें तो वर्ष 2020 से 26 फरवरी 2023 तक सिवनी वनवृत के अंतर्गत कुल 24 प्रकरण जनहानि के दर्ज किये गये है जिनमें बरघाट परियोजना मंडल अंतर्गत परिक्षेत्रों में जनहानि के 06 प्रकरणों में 24 लाख रूपये, उत्तर सामान्य वनमंडल अंतर्गत परिक्षेत्रों में 02 जनहानि के प्रकरणों में 08 लाख रूपये, दक्षिण सामान्य वनमंडल अंतर्गत परिक्षेत्रों में कुल 09 प्रकरणों में 40 लाख रूपये(एक प्रकरण में नवीन शासनादेशानुसार 08 लाख रूपये) , पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत परिक्षेत्रों में 05 प्रकरणों में 20 लाख रूपये दिये गये है। इसी प्रकार उत्तर सामान्य वनमंडल अंतर्गत उक्त वर्षो में दो जनहानि हुई जिनमें मृतकों के परिजनों को 04-04 लाख कुल 08 लाख रूपये रूपये दिये गये है। उक्त वर्षो में 24 जनहानि के प्रकरणों में वन विभाग द्वारा कुल 01 करोड रूपये की राशि मृतक(जनहानि) के परिजनों को दी गई है।
हिन्दुस्थान संवाद