भारत को मिला पहला AI यूनिकॉर्न, क्या है मायने, कौन सी है कंपनी, जानें सबकुछ

नई दिल्‍ली । ओला समूह की AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) कंपनी क्रुट्रिम (Company Crutrim)ने मैट्रिक्स पार्टनर्स की अगुवाई में 5 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए (raise US dollars)हैं। कंपनी ने कहा कि यह राशि 1 अरब अमेरिकी डॉलर के मूल्यांकन (Evaluation)के आधार पर जुटाई गई। यह क्रुट्रिम यूनिकॉर्न बनने वाली भारत की पहली AI कंपनी बन गई है। एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली स्टार्टअप कंपनी यूनिकॉर्न कहलाती है।

क्या कहा कंपनी ने

ओला ने कहा कि भारत की AI कंपनी क्रुट्रिम, जो संपूर्ण एआई कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी बनाती है, ने अपने पहले दौर के वित्त पोषण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया और अन्य प्रमुख निवेशकों ने पांच करोड़ डॉलर निवेश किए। इसके लिए क्रुट्रिम का मूल्य एक अरब डॉलर आंका गया। कंपनी ने कहा कि इस धनराशि का उपयोग एआई आउटलुक में इनोवेशन को बढ़ावा देने और विश्व स्तर पर पहुंच का विस्तार करने के लिए किया जाएगा।

क्रुट्रिम के फाउंडर और ओला के मुखिया भाविश अग्रवाल ने कहा कि भारत को अपना खुद का AI बनाना है। क्रुट्रिम में हम देश के पहले पूर्ण AI कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी तैयार करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

ओला का घाटा कम होकर 772 करोड़ रुपये

बीते वित्त वर्ष (2022-23) में ओला ब्रांड के तहत परिचालन करने वाली एएनआई टेक्नोलॉजीज का लॉस कम होकर 772.25 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी का घाटा वित्त वर्ष 2021-22 में 1,522.33 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी परिचालन आय वित्त वर्ष में लगभग 48 प्रतिशत बढ़कर 2,481.35 करोड़ रुपये रही, जो 2021-22 में 1,679.54 करोड़ रुपये रही थी।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि एएनआई टेक्नोलॉजीज का अबतक का समूह के स्तर पर कुल घाटा 31 मार्च, 2023 तक बढ़कर 20,223.45 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एकल आधार पर यह 19,649.27 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी को लगभग 31,441 करोड़ रुपये का फंड मिला है।

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