सब्जी की खेती किसान ओमप्रकाश के लिए बनी लाभ का धंधा

भोपाल, 09 फरवरी। खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसमें परंपरागत खेती के साथ ही उद्यानिकी तथा बागवानी को बढ़ावा दिया जा रहा है।

खुशियों की दास्तां

नसरूल्लांगज के ग्राम निमोटा के श्री ओमप्रकाश जाट ऐसे किसान हैं जिन्होंने सब्जी की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया है। ओमप्रकाश बताते है कि उनके पास 25 एकड़ जमीन है, जिसमें वे पहले गेहूँ, चना एवं सोयाबीन की खेती करते थे। समय के साथ इन फसलों के उत्पादन में कमी आने लगी तथा लागत में वृद्धि के चलते उन्हें कम आमदानी ही होती थी। खेती से आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि विभाग द्वारा उन्हें सब्जी की खेती करने का सुझाव दिया गया।

कृषि विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में ओमप्रकाश ने इस बर्ष 05 एकड़ में मिर्ची एवं 06 एकड़ में करेला लगाया। मिर्च की दो किस्मों के 45 हजार एवं 16 हजार पौधे लगाये गये। अभी तक 1000 क्विंटल मिर्च का उत्पादन किया जा चुका है एवं 500 क्विंटल का और अनुमान है। इस प्रकार इस फसल से उन्हें 20 से 25 लाख का उत्पादन होने की संभावना है। अभी तक 15 लाख का उत्पादन ओमप्रकाश द्वारा लिया जा चुका है।

किसान ओमप्रकाश ने 50 हजार रूपये की लागत से 03 एकड़ में धनिया लगाया, जिसमें 450 क्विंटल हरा धनिया 4.5 लाख का बेच दिया हैं। 06 एकड़ के करेले में फसल आने के बाद 30 से 35 लाख का उत्पादन होने की संभावना है। ओमप्रकाश ने 05 एकड़ में प्याज लगाई है, जिसका उत्पादन 700 क्विंटल होने की संभावना है। इस प्रकार 20 एकड़ में 50 से 70 लाख का उत्पादन संभावित है, जिससे 30 से 40 लाख शुद्ध आय प्राप्त होगी।

हिन्दुस्थान संवाद

follow hindusthan samvad on :