भारत से स्मार्टफोन निर्यात दोगुना करने की बना रहा योजना मोटोरोला, PLI योजना का अग्रणी लाभार्थी होगा
मोटोरोला अगले साल से भारत से स्मार्टफोन निर्यात दोगुना करने की योजना बना रहा है। बता दें कि चीनी कंपनी लेनोवो (Lenovo) के मालिकाना हक वाला स्मार्टफोन ब्रांड मोटोरोला मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की तरफ से शुरू की गई…
नई दिल्ली । मोटोरोला अगले साल से भारत से स्मार्टफोन निर्यात दोगुना करने की योजना बना रहा है। बता दें कि चीनी कंपनी लेनोवो (Lenovo) के मालिकाना हक वाला स्मार्टफोन ब्रांड मोटोरोला मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की तरफ से शुरू की गई PLI योजना का अग्रणी लाभार्थी है।
नॉर्थ अमेरिका में भारतीय शिपमेंट बढ़ाएगा मोटोरोला
मोटोरोला के एशिया-प्रशांत के कार्यकारी निदेशक प्रशांत मणि ने कहा, “यह नॉर्थ अमेरिका में भारतीय शिपमेंट को बढ़ाकर हासिल किया जाएगा। यह एक ऐसा बाजार है जिसे मुख्य रूप से चीन से आपूर्ति की जाती है। नॉर्थ अमेरिका भारत से हमारा प्राथमिक निर्यात बाजार है। वर्तमान में, हम अपनी क्षमता का 20-25% नॉर्थ अमेरिका को निर्यात कर रहे हैं और हर साल, हम ग्रोथ के मामले में प्रगति देख रहे हैं। हम अगले साल (2024 में) अपना निर्यात दोगुना करने की योजना बना रहे हैं।
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, मोटोरोला ने वर्ष 2022 में भारत से 10 लाख से अधिक स्मार्टफोन निर्यात किए, जो स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक्स अनुबंध निर्माता डिक्सन टेक्नोलॉजीज द्वारा निर्मित हैं। इस कैलेंडर वर्ष में, अक्टूबर तक यह पहले ही 800,000 स्मार्टफोन का निर्यात कर चुका है।
भारतीय बाजार में बिक्री की तुलना में निर्यात बढ़ाने पर जोर
मणि ने कहा कि मोटोरोला का उद्देश्य भारतीय बाजार में अपनी बिक्री की तुलना में निर्यात में तेज वृद्धि बनाए रखना है। “अगर हम घरेलू बिक्री में 50-60 प्रतिशत की वृद्धि देख रहे हैं, तो निर्यात घरेलू बिक्री की तुलना में तेजी से बढ़ेगा।” उन्होंने कहा कि निर्यात और स्थानीयकरण (localisation) भारत सरकार द्वारा मोबाइल फोन कंपनियों के लिए निर्धारित दो मुख्य उद्देश्य हैं।
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, मोटोरोला ने पहले ही सेमीकंडक्टर पार्ट्स को छोड़कर 50-60 प्रतिशत का घरेलू मूल्यवर्धन हासिल कर लिया है, जो सैमसंग और एप्पल जैसे प्रतिद्वंद्वियों से अधिक है। मोटोरोला ने यह ऐलान ऐसे समय में किया है, जब भारत सरकार चीनी स्मार्टफोन ब्रांडों पर स्थानीय स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार करने और भारत से निर्यात शुरू करने के लिए दबाव बढ़ा रही है।