पर्यटक घर -आंगन में नीम के पौधे को रोपित कर संरक्षण करे तो निश्चित ही उन्हें पेंच की स्मृति पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करेगी-रजनीश सिंह
सिवनी, 05जून। नीम के पौधे में औषधीय गुण होने के साथ-साथ यह वायुमण्डल की वायु को शुद्ध भी करता है एवं जब पर्यटक अपने-अपने गृह नगरों में जाकर अपने घर आंगन में इस पौधे को रोपित कर इसका संरक्षण करेंगे तो निश्चित ही पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी की स्मृति उन्हें इस बाबत प्रेरित करेगी। यह बात उपसंचालक पेंच टाईगर रिजर्व रजनीश कुमार सिंह ने रविवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही है।
रजनीश कुमार सिंह ने बताया कि रविवार को विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी अंतर्गत समस्त 09 कोर एवम बफ़र परिक्षेत्रों में उत्साहपूर्वक आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर समस्त पर्यटन प्रवेश द्वारों में जंगल सफारी हेतु पधारे पर्यटकों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने एवं उन्हें इस कार्य से जोड़ने हेतु नीम प्रजाति के 200 पौधे उपहार स्वरूप पार्क प्रबंधन द्वारा भेंट किये गये।
आगे बताया कि पेंच प्रबंधन द्वारा ऐसे पर्यटको के लिये जो कि पौधा दूर तक परिवहन करने में असमर्थ हैं, उन्हें पौधा रोपित करने हेतु परिक्षेत्र खवासा के वन चेतना केंद्र एवम रुखड़ तथा मासुरनाला पर्यटन प्रवेश द्वार के समीप प्रांगण में पौधा रोपित करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई। इसके अतिरिक्त पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी के सभी 9 कोर एवं बफ़र परिक्षेत्रों में 167 पेट्रोलिंग केम्प, वनरक्षक नाका, बेरियर, कार्यालय केम्पस, परिक्षेत्र सहायक निवास एवं अन्य भवनों में 1169 फलदार पौधों एवं 50 बांस के पौधों का रोपण किया गया है। आम, कटहल, मुनगा, नींबू, करौंदा प्रजाति के फलदार प्रजाति के पौधों के रोपण का उद्देश्य दूरस्थ वन क्षेत्र में स्थित केम्पों में रहने वाले श्रमिकों एवं वन कर्मचारियों को उनके निवास स्थल पर ही पौष्टिक फल एवं सब्जियां उपलब्ध कराना है। इस प्रकार पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी अंतर्गत कुल 1419 पौधों का रोपण एवं वितरण विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में किया गया।
इसके साथ ही पेंच टाइगर रिज़र्व के रुखड़ पर्यटन द्वार में पेंच के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा साफ-सफाई का कार्य भी इस अवसर पर किया गया ।
हिन्दुस्थान संवाद