मुझे हैरानी होती है कि…हार्दिक पांड्या ने कभी बड़ौदा मैच नही खेला, पूर्व कोच का छलका दर्द
नई दिल्ली । भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (all-rounder hardik pandya)के लिए पर्सनल और प्रोफेशनल मोर्चे(Professional front) पर चीजें ठीक नहीं चल रही हैं। उनका एक तरफ पत्नी नताशा स्टेनकोविक(Natasha Stankovic) से तलाक हो गया तो दूसरी तरफ भारतीय टी20 टीम की कप्तानी की रेस में सूर्यकुमार यादव से पिछड़ गए। बीसीसीआई साथ ही हार्दिक की फिटनेस को लेकर चिंतित है। ऐसे में हार्दिक आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम बड़ौदा के लिए खेलेंगे क्योंकि बीसीसीआई वनडे फॉर्मेट में उनकी फिटनेस पर नजर रखना चाहता है। बता दें कि ऑलराउंडर को श्रीलंका दौरे के लिए टी20 टीम में जगह मिली लेकिन वनडे स्क्वॉड में नहीं चुना गया। वहीं, बड़ौदा के पूर्व कोच डेव व्हाटमोर ने कई सालों से घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने को लेकर हार्दिक की आलोचना की है।
‘मुझे यह बात हैरान करती है कि…’
व्हाटमोर ने पाक पैशन यूट्यूब चैनल पर कहा, ”अभी भी कुछ ऐसे प्लेयर हैं जो सफेद गेंद क्रिकेट नहीं खेलते। उदाहरण के लिए बड़ौदा में मेरे पिछले कुछ सालों में हार्दिक पांड्या कभी लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट नहीं खेलते थे। मुझे हमेशा यह बात हैरान करती है कि उन्हें बड़ौदा का ऑलराउंडर कहा जाता है लेकिन उन्होंने कई सालों से बड़ौदा के लिए नहीं खेला। हालांकि, कुछ ऐसे भी हैं जो ऐसा नहीं करते।” उन्होंने आगे कहा “लेकिन मैंने हाल ही में देखा कि बीसीसीआई इस बात के लिए उत्सुक है कि खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी के साथ-साथ अन्य दो फॉर्मेट में भी हिस्सा लें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे क्रिकेट को खेल के रूप में देखें। यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं कि चार दिवसीय क्रिकेट की उपेक्षा न हो।”
हार्दिक इस वजह से नहीं बने कप्तान
चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हार्दिक के कप्तानी की रेस में पिछड़ने की वजह फिटनेस है। अगरकर ने कहा कि उन्हें ऐसा कप्तान चाहिए था जिसका चोटों का इतिहास नहीं रहा हो। अगरकर ने कहा, ”हार्दिक जैसा कौशल मिलना मुश्किल है और फिटनेस मिलना भी मुश्किल है। हमारे पास थोड़ा और समय है और हम कुछ चीजों पर गौर कर सकते हैं।” उन्होंने कहा , ”वह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण खिलाड़ी है लेकिन फिटनेस बड़ी चुनौती है। हमें ऐसा खिलाड़ी चाहिए जो अधिकांश समय उपलब्ध हो।” अगकर ने कहा, ”हमें ऐसा कप्तान चाहिए था तो सारे मैच खेले। हमें लगता है कि सूर्या कप्तान बनने का हकदार है और हम देखेंगे कि वह इस भूमिका में कैसे फिट बैठता है।”
follow hindusthan samvad on :