सिवनीः आदिवासी विकासखंड घंसौर स्थित झाबुआ पावर प्लांट के पोषक ग्रामों में जलसंकट


सिवनी, 17 जून । जिले के आदिवासी विकासखंड घंसौर स्थित झाबुआ पावर प्लांट के पोषक ग्राम पनारझिर, मुंडा, बरेला, बिनेकी, बिनेकी खुर्द, स्टेशन बिनेकी, गोरखपुर, अतरिया, बिचुआ, दुर्जनपुर, बर्राटोला, चरी, उमरपानी, भिलमाटोला, ईश्वरपुर, बगदरी निवासी ग्रामीण इन दिनों भीषण जल संकट की समस्या से जूझ रहे है। वहीं प्लांट प्रबंधन द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के नाम पर चंद लोगों को टैंकरों से पानी बांटकर औपचारिकता पूर्ण कर रहा है। इस भीषण गर्मी में पीएचई विभाग सहित जल निगम के अधिकारी भी संज्ञान लेने के लिए तैयार नहीं है। वहीं पायली प्रोजेक्ट का कार्य भी धीमा है और इन परिस्थितियों में ग्रामीणों का सफर करना पड़ रहा है।

झाबुआ पावर प्लांट से जुड़े पोषक ग्रामों में प्लांट के टेंकरो से पानी सप्लाई की जाती है, मगर जमीनी स्तर पर आमजन पानी की बूंद -बूंद के लिए तरस रहे हैं। पावर प्लांट से लगे गोरखपुर के आम लोगों की यह स्थिति है कि कुँए के गन्दे पानी को छानकर पानी एकत्रित कर लोग काम चला रहे हैं और पावर प्लांट के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी कुछ नहीं कर रहे है। ज्ञात हो कि जब पावर प्लांट का निर्माण हो रहा था उस समय जो वादे आमजनों से किए गए थे वहां प्रबंधन खरा नहीं उतर पाया है। जमीनी हकीकत की बात करें तो कागजों में जो झाबुआ पावर प्लांट प्रबंधन दिखा रहा है वह वास्तविकता से परे है।

प्रशासनिक व्यवस्थाओं की बात करें तो जल निगम के अंतर्गत पायली प्रोजेक्ट के अंतर्गत 216 ग्राम है जहां एलएनटी कंपनी को ठेका दिया गया है। जो झाबुआ पॉवर प्लांट के पोषित ग्राम है वे भी इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत आते है। सूत्रों की माने तो अभी तक प्रोजेक्ट अधूरा है और इस योजना का लाभ अगले वर्ष ग्रामीणों को मिल पाएगा। ज्ञात हो कि घंसौर विकास खंड के लिए जल निगम की जिम्मेदारी बनती है कि वह पेयजल व्यवस्था कैसे कराये। वहीं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री सरेश नाग ने कहा कि घंसौर विकासखंड की जिम्मेदारी जल निगम की है और पायली प्रोजेक्ट के अंतर्गत अधिकारी जबलपुर में बैठते है।

जिम्मेदारियों से मुंह चुराते अधिकारी

घंसौर विकासखंड के झाबुआ पावर प्लांट के पोषण ग्रामों में पेयजल संकट के संबंध में प्लांट के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो कुछ ने तो मोवाईल नहीं उठाया तथा कुछ के मोवाईल बंद पाए गए।

ये क्या कहते है..

सिवनी जिले के घंसौर विकासखंड के पायली प्रोजेक्ट के अंतर्गत 216 ग्रामों में एलएनटी कंपनी को ठेका दिया गया है लगभग सभी ग्रामों में पाईप लाईन डाला जाकर कनेक्शन दे दिए गए है लेकिन पानी नहीं दे पाये है क्योकि पायली प्रोजेक्ट अभी अधूरा है और अगले वर्ष तक इन ग्रामों में पानी पहुंच सकेगा।

शिवम पुरोहित

डिप्टी मैनेजर, पीआईयू जल निगम जबलपुर

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