स्व. सुश्री विमला वर्मा द्वारा जिले को दी गई सौगात संजय सरोवर बांध रख-रखाव के अभाव में दुर्दशा का शिकार- जयकेश सिंह पटेल

सिवनी, 14 जून। जिले की बेटी, पूर्व केन्द्र मंत्री, स्व. सुश्री विमला वर्मा द्वारा जिले को दी गई सौगात संजय सरोवर बांध रख-रखाव के अभाव में दुर्दशा का शिकार हो रहा है। वर्षो से जमी सिल्ट निकालने का काम नही किया गया, पिचिंग की फाड़ी अस्त-व्यस्त हो रही है, उन्हें व्यवस्थित नही किया गया, बांध के आस-पास और उपर पहाड़ी पर विश्राम गृह तक निर्मित सड़क जर्जर हालत में हो गयी है। पहाड़ी के उपर प्राकृतिक स्थल पर निर्मित रेस्ट-हाउस जहाॅ से बांध के अलावा क्षेत्र की प्राकृतिक सुन्दरता देखते ही बनती है। वर्षो पुराना निर्मित रेस्ट-हाउस रख-रखाव न होने से जर्जर अवस्था में पंहुच गया है।

अनेक जगह से प्लास्टर झड़ रहा है, लोहे में जंग लग रहा है। उक्ताशय की बात सोमवार को छपारा ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ठाकुर जयकेश सिंह पटेल ने जारी बयान में कही है।

ठाकुर जयकेश सिंह पटेल ने कहा कि सिवनी जिले को एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध की सौगात देने वाली सिवनी जिले की बेटी, पूर्व केन्द्र मंत्री, स्वर्गीय सुश्री विमला वर्मा के अथक प्रयासों से संजय सरोवर बांध बनने के बाद सिवनी जिले का बहुत बड़ा क्षेत्र सिंचित हुआ। इस क्षेत्र में सिंचाई के साधन बढ़ने से कृषि का रकबा भी बढ़ा व दोनो उपज रबी और खरीफ की दोनो फसलें से किसान भरपूर अनाज पैदा करने लगे, सिवनी का पंजाब भी कहा जाने लगा, इन क्षेत्र के किसान और रहवासियों के रहन सहन के स्तर पर सुधार आया और आर्थिक स्थिती सुदृण हुई। इस बांध में मछली पालन से शासन को करोड़ो रूपये प्राप्त होते है तथा मछुआ समाज को रोजगार उपलब्ध होता है। इस बांध के कारण सिवनी नगरपालिका क्षेत्र ही नहीं जिले के अनेक ग्रामों को शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध हो रहा है।

छपारा ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि सिवनी जिले में बहुत ही कम पर्यटक स्थल है जहाॅ पर लोग परिवार के साथ अपना समय व्यतीत कर सकें। यदि संबंधित विभाग से यह विश्राम गृह और यहाॅ तक पंहुचने वाली सड़के की मरम्मत नही हो पा रही है तो स्व. सुश्री विमला वर्मा द्वारा दी गई धरोहर को पर्यटन विभाग को सौप दे,

जिससे पर्यटन विभाग विश्राम गृह और सड़क की मरम्मत् कर अपने स्तर पर और भी पर्यटन से संबंधित सुविधाएॅ बढ़ाकर इस क्षेत्र को लोगो को पर्यटन के लिए आकर्षित कर सकता है।

आवश्यकता है सत्ताधारी दल के सांसद, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी इस ओर ध्यान दें, यदि शीद्य्र ही संजय सरोवर बांध व उसमें निर्मित विश्राम गृह, विश्राम गृह पंहुच मार्ग की सड़क की मरम्मत् नही की गयी तो आने वाले समय में संजय सरोवर बांध का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।

हिन्दुस्थान संवाद

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