म.प्र. अनूसूचित जाति आयोग के सदस्य मिले कुरई घटना क्रम के पीडित परिवारों से
सिवनी, 06 मई। मुख्यमंत्री को हम जो भी सुझाव देते है वह नही मानते है हमें शिकायत है कि भले ही मैं म.प्र. राज्य अनूसूचित जाति आयोग का सदस्य हूं। लेकिन मैं हमेशा जो भी व्यक्ति चाहे अनुसूिचत जन जाति को हो या पिछड़ा वर्ग का या सामान्य सभी की समस्याओ को सुनता हूं क्योंकि व्यक्ति पहला धर्म इंसािनयत होना चािहये और इंसािनयत के नाते कुरई के ग्राम सिमरिया मे हुई घटना को लेकर दुखी परिवार से मिलने आया था जहां पर पीडित परिवार ने अपनी वेदना को मेरे सामने व्यक्त किया है।
उक्त उद्गार पत्रकार वार्ता मे म.प्र. राज्य अनुसूिचत जाति आयोग के सदस्य(राज्यमंत्री स्तर) प्रदीप अहिरवार ने व्यक्त किये।
उन्होनें आगे कहा कि जब वह मृतक की पत्नी से मिले तो उन्होने बताया कि आरोपियों ने मृतक की पत्नी के सामने मारपीट की सुबह 9 से 10 बजे के दरम्यिान मृत्यु हो गई। और आरोपियो ने मृतक की पत्नी के साथ भी अभद्र व्यवहार किया।
राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त अहिरवार ने कहा कि अगर मृतक पर गौकसी का आरोप भी था तो उन्हे इसकी सूचना पुिलस को देना था ना कि कानून को अपने हाथ मे लेना था देश में किसी को भी कानून अपने हाथ मे लेना का अधिकार नही है। जहां तक विधायक अर्जुन काकोडिया ने गाय को लेकर आदिवासियों का पक्ष रखा था वह समाज के व्यवहार को बताने का प्रयास था ना कि अपराध को छिपाने का। पत्रकारो द्वारा कहा गया कि पुलिस के अनुसार वर्ष 2021 मे मृतको पर गोकसी का आरोप लगा था और मृतक को एक माह की सजा हुई थी। इसके बावजूद भी वह कांग्रेस का सदस्य था जिसका जबाव देते हुये प्रदीप अहिरवार ने कहा कि मैं किसी पार्टी से नही हूं बल्कि संवैधािनक पद पर हूं ना कि किसी पार्टी का सदस्य।
घटनाक्रम को लेकर जो तत्थ सामने आये है इस मामले की रिपोर्ट डीजीपी को सौपी जायेगी साथ ही मामले की सीबीआई जांच कराई जाये। तथा मृतक की पत्नी ने कहा कि रात मे उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया है। उस मामले मे अलग से धारा जोड़ी जाये। मै मानता हूं कि इस घटना मे पुिलस दोषी नही है लेिकन अलग-अलग बयान सामने आ रहे है। हमारा उद्देश यही है कि पीडित परिवार के लोगो को घटना मे न्याय मिले । आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष विजय उइके ने हमसे कहा है कि घटनाक्रम की जांच निष्पक्ष हो। दोषियों को सजा मिले तथा पीडित परिवारजनो को शासन द्वारा अधिक से अधिक मदद मिले। जिस तरह सारे नियमों को ताक में रखकर प्रशाासन ने कार्यवाही कर राहत पहुुंचाने का प्रयास किया है। इसी तरह अन्य मामलो मे भी सभी वर्ग को राहत मिले।
हिन्दुस्थान संवाद
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