गिरदावरी पखवाड़ा 15 जनवरी तक

सिवनी, 04 जनवरी। आयुक्‍त भू-अभिलेख म.प्र. ग्‍वालियर के द्वारा राजस्‍व विभाग की साप्‍ताहिक वीडियों कॉन्‍फेंसिंग के माध्‍यम से समीक्षा की गई। जिसमें 4 से 15 जनवरी 2022 तक रबी मौसम अंतर्गत प्रमुख फसलों की गिरदावरी हेतु प्राथमिकता से ‘’गिरदावरी पखवाड़ा’’ मनाये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके संबंध में जिले के समस्‍त राजस्‍व अधिकारियों एवं मैदानी अमले को भी निर्देशित किया गया है।

  फसल गिरदावरी हेतु शासन स्‍तर से कृषकों द्वारा स्‍वघोषणा से जानकारी दर्ज करने हेतु 25 नवम्‍बर नियत है। कृषकों के स्‍वघोषणा से प्राप्‍त आवेदन का सत्‍यापन तहसीलदार के द्वारा पटवारी के माध्‍यम से 05 दिसम्‍बर तक कराया जाना होता है; बोयी गई फसल की गिरदावरी से संबंधित दावे आपत्ति का आमंत्रण एवं आपत्तियों के निराकरण हेतु 20 जनवरी की तिथी नियत है। फसल गिरदावरी की जानकारी भू-अभिलेखों में अंतिम रूप से प्रविष्टि करने की तिथी 25 जनवरी नियत है। उसके पश्‍चात् विभाग द्वारा गिरदावरी का पोर्टल में सुधार की सुविधा प्रदेश स्‍तर से बंद कर दिये जाने के कारण गिरदावरी से संबंधित प्राप्‍त दावे/आपत्तियों का निराकरण किया जाना संभव नहीं होता है। अत: जिले के समस्‍त किसानों को सूचित किया जाता है कि वे अपनी भूमि पर उगाई फसलों की जानकारी स्‍वत: राजस्‍व विभाग की एम.पी. किसान एप, लोकसेवा केन्‍द्र, एम.पी.ऑनलाईन, नागरिक सुविधा केन्‍द्र (सी.एस.सी.) के माध्‍यम से भी भू-अभिलेख में दर्ज करा सकते हैं। कृषक व्‍दारा उक्‍त स्‍वघोषणा से दी गई जानकारी का सत्‍यापन राजस्‍व अमले के व्‍दारा किया जावेगा।   

   फसल गिरदावरी का कार्य saara app के माध्‍यम से पटवारियों के द्वारा किया जाता है एवं गुणवत्‍तापूर्ण  गिरदावरी सुनिश्चित करने हेतु गिरदावरी जांच कार्य भी एप के माध्‍यम से लगातार किया जाता है। मौसम रबी की फसल गिरदावरी हेतु जियो फेंस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है जिससे खेत पर जाकर किसान एप/सारा एप के माध्‍यम से फसल गिरदावरी संबंधी जानकारी, फोटो एवं लोकेशन सहित सुरक्षित की जावेगी। जिससे त्रुटिपूर्ण फसल गिरदावरी होने संबंधी शिकायतें प्राप्‍त नहीं होंगी तथा किसानों की फसल उपार्जन आदि योजनाओं के लिये गिरदावरी एप के डाटा का उपयोग किया जा सकेगा।     

हिन्दुस्थान संवाद