हर शहर में खुलेगा एक शहरी सहकारी बैंक, अमित शाह ने किया ऐलान, यह है प्लान

नई दिल्‍ली । हर शहर में अब एक शहरी सहकारी बैंक खुलेगा। दरअसल, केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त एवं विकास निगम (NUCFDC) की शुरुआत की है। इसके साथ ही उन्होंने निकाय से प्रत्येक शहर में एक शहरी सहकारी बैंक स्थापित करने को कहा है।

बता दें कि केंद्रीय रिजर्व बैंक ने NUCFDC को गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी और शहरी सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक स्व-नियामक संगठन के रूप में काम करने की मंजूरी दे दी है। मतलब ये कि इस निकाय को सहकारी बैंक खोलने के लिए रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल चुकी है।

क्या कहा अमित शाह ने

अमित शाह ने कहा- 20 साल बाद NUCFDC की स्थापना हुई है। यह वक्त की मांग है। मुझे खुशी है कि आरबीआई ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि शहरी सहकारी बैंक भारत में लंबे समय से काम कर रहे हैं, लेकिन वे तेजी से वृद्धि नहीं कर सके। ये बैंक देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एनयूसीएफडीसी का मुख्य उद्देश्य शहरी सहकारी बैंकों को बैंकिंग विनियमन अधिनियम का पालन करने और उन्हें पेशेवर बनाने में मदद करना होना चाहिए।

1500 से अधिक शहरी सहकारी बैंक

देश में कुल 11,000 शाखाओं वाले 1,500 से अधिक शहरी सहकारी बैंक हैं और इनमें पांच लाख करोड़ रुपये जमा हैं। इनके द्वारा 3.33 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरण किया गया है। इनमें से कई बैंक पुराने टेक्नोलॉजी प्लेटफार्मों पर काम करते हैं, जिससे उनके लिए आधुनिक बैंकिंग सेवाएं प्रोवाइड करना मुश्किल हो जाता है।

NUCFDC का हिस्सा बनकर, अधिकांश बैंक नई तकनीक में अपग्रेड करने और नए उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने में सक्षम होंगे। यह अम्ब्रेला संगठन जमीनी स्तर पर सकारात्मकता लाकर पूरे देश में सहकारी बैंकों को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करेगा। शहरी सहकारी बैंकिंग क्षेत्र का अपना एक संगठन होगा जो शहरी बैंकों को निधि आधारित और गैर-निधि आधारित सहायता की सुविधाएं प्रदान करेगा।

follow hindusthan samvad on :