सिवनीः गांजा की तस्करी करते तीन गिरफ्तार, मामला दर्ज

सिवनी, 01 सितंबर। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के थाना लखनवाडा पुलिस ने सोमवार को जिले में गांजा की तस्करी करते हुए उडीसा निवासी दो व्यकितयों को पकडा है वहीं सिवनी निवासी पवन(29) बरयानी निवासी बरघाट नाका, टैगोर वार्ड सिवनी फरार हो गया जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
थाना प्रभारी लखनवाड़ा, निरीक्षक चंद्रकिशोर सिरामें ने सोमवार की देर रात्रि में बताया कि सोमवार 01सितंबर 25 को ग्राम खैरीकलां से मुखबिर की सूचना मिली कि पुसेरा रोड ग्राम खैरीकलां के बैनगंगा पुल के पास उड़ीसा पासिंग दो मोटर सायकिल में दो व्यक्ति गांजा रखे हुये खड़े है तथा एक व्यक्ति उनके साथ गांजा लेन-देन की बात कर रहा है। जिस पर मुखबिर सूचना पर ग्रामीणों एवं स्टाफ द्वारा घेराबंदी कर तीन व्यक्तियों को पकड़ा गया। एक अन्य व्यक्ति पंकज (31) पुत्र संतोष बरयानी निवासी बरघाट नाका टैगोर वार्ड सिवनी थाना डूण्डासिवनी सिवनी मौके से फरार हो गया। जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
तस्करों ने अपना नाम मोहमम्द सरफराज (27) पुत्र मोहम्मद अली निवासी मोतीझरन खेतूपार के पास सदर जिला सम्भलपुर राज्य उड़ीसा, एवं मोहम्मद नौशाद (47) पुत्र मोहम्मद शकील निवासी मोतीझरन थाना धनूपल्ली जिला सम्भलपुर राज्य उड़ीसा एवं पवन (29) पुत्र संतोष बरयानी निवासी बरघाट नाका टैगोर वार्ड सिवनी थाना डूण्डासिवनी सिवनी के रहने वाले बताये। जिनके कब्जे से पुलिस ने एक पीली रंग की बौरी में 12 किलो 440 ग्राम गांजा जब्त किया गया। आरोपितों से अवैध मादक पदार्थ रखने के संबंध में कोई वैध दस्तावेज लायसेंस न होने पर आरोपितों के विरूद्ध धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 12 किलो 440 ग्राम गांजा (कीमती करीबन 1,20,500 रूपये लगभग), दो मोटर सायकिल (कीमती 50,000 रूपये करीबन), दो मोबाईल फोन (कीमती करीबन 10000 रूपये) कुल मशरूका कीमती करीबन 1,80,500 रूपये जब्त किया है।
इस कार्यवाही में निरीक्षक चंद्रकिशोर सिरामें थाना प्रभारी लखनवाड़ा, उप निरी० कोमल टोप्पो, कार्य० सउनि० हरिओम भारद्वाज, कार्य० सउनि० योगेन्द्र सिंह ठाकुर, प्र०आर० 255 राजेश चौधरी, आर0 330 हितेश माटे, आर० 819 मिथिलेश पराडकर, आर० 645 दीपेश रघुवंशी, आर० 205 मनोज सूर्यवंशी, आर0 202 शिवदीप ठाकुर, आर0 343 अभिषेक डेहरिया, आर० 231 वीरेन्द्र डोहले, आर० 716 वीरेन्द्र चंदेल का सराहनीय कार्य रहा।