जहाज बनाने वाली कंपनी के शेयर को खरीदने टूटे निवेशक, इस फैसले का असर

नई दिल्‍ली । सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन यानी बुधवार को शेयर बाजार में मुनाफावसूली का माहौल रहा लेकिन कुछ शेयरों ने इस दौरान तूफानी तेजी देखी। ऐसा ही एक शेयर कोचीन शिपयार्ड का है। इस शेयर ने 802.40 रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर को टच किया। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है तो एक दिन पहले के 668.70 रुपये के भाव के मुकाबले 20% के रिटर्न को दिखाता है। कारोबार के आखिरी मिनटों में शेयर में अपर सर्किट लग गया। बता दें कि मार्च 2023 में यह शेयर 205.50 रुपये पर था। इस शेयर ने एक और दो साल की अवधि में निवेशकों को 330 फीसदी तक का रिटर्न दिया है।

शेयर में तेजी की वजह

दरअसल, कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में तेजी स्टॉक स्प्लिट के रिकॉर्ड डेट की वजह से आई है। बता दें कि स्प्लिट योजना के तहत कोचीन शिपयार्ड के एक शेयर को दो हिस्सों में बांटने की योजना थी और इसका रिकॉर्ड डेट आज यानी 10 जनवरी 2024 को है। स्प्लिट योजना का मकसद शेयर की कीमत को कम कर निवेशकों को लुभाना होता है। यह एक कॉरपोरेट एक्शन है और इसमें पहले से दांव लगाकर रखने वाले निवेशकों के पोर्टफोलियो पर असर नहीं पड़ता है।

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी पर नजर रखने वाले पांच विश्लेषकों में से दो ने शेयर पर ‘खरीदें’ रेटिंग बनाए रखी है। वहीं, दो ने ‘होल्ड करने’ की सलाह दी है और एक ने ‘बेचने’ की सलाह दी है। एवरेज टारगेट प्राइस मौजूदा कीमत से 67.6% की वृद्धि को दिखाता है।

कंपनी के पास ऑर्डर

बीते सितंबर तिमाही तक कोचीन शिपयार्ड के पास 22,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक था। कंपनी ने हाल ही में कहा कि उसने रक्षा मंत्रालय के साथ 488.25 करोड़ रुपये के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं। इस ऑर्डर में नौसेना पोत पर उपकरण और प्रणालियों की मरम्मत और रखरखाव शामिल है। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड शिपयार्ड डिजाइनिंग, कंस्ट्रक्शन और रिपेयर करने वाली एक कंपनी है।

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