नई आवक के बाद मंडियों में प्याज के दाम तेजी से गिरे, थोक में 30 फीसदी की गिरावट
नई दिल्ली । नई आवक के बाद मंडियों में प्याज के दाम तेजी से गिर रहे हैं लेकिन खुदरा कीमतों पर खास असर होता नहीं दिख रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश भर में प्याज की औसत खुदरा कीमत में इजाफा हुआ है। मगर दिल्ली में इस कीमत में गिरावट दर्ज की गई है। इस साल खरीफ सीजन वाले प्याज का उत्पादन 15 से 20 फीसदी घटने का अनुमान है।
थोक भाव 30 फीसदी तक घटे
इस साल मंडियों में प्याज के थोक भाव अपने उच्च स्तर से 30 फीसदी तक गिर चुके हैं। मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की प्रमुख मंडी पिंपलगांव में 27 अक्टूबर को प्याज के थोक 2,500 से 5,856 रुपए प्रति क्विंटल थे, जो गिरकर 1,500 से 4,500 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं।
मंडी में 27 अक्टूबर को दर्ज प्याज का अधिकतम भाव 5,856 रुपए इस साल का सबसे अधिक भाव रहा। 27 अक्टूबर से 30 नवंबर तक प्याज की मॉडल कीमत (इस भाव पर ज्यादातर बिक्री होती है) 4,900 रुपए से गिरकर 3,500 रुपए प्रति क्विंटल रह गई।
कर्नाटक की बेंगलुरु मंडी में प्याज की औसत कीमत इस दौरान 16 फीसदी से अधिक गिर चुकी है। आजादपुर मंडी में प्याज इस समय 1,500 से 3,900 रुपए बिक रहा है, जबकि 27 अक्टूबर को 2,500 से 5,500 रुपए क्विंटल बिका था।