मृत मादा बाघिन का हुआ शवदाह, वन अपराध दर्ज कर जांच जारी
सिवनी, 06 जनवरी । विश्वविख्यात पेंच नेशनल पार्क के मोगली अभ्यारण और ग्राम जीरेवाडा की सीमा पर रविवार 05 जनवरी 25 को 05 वर्षीय मादा बाघ का शव पेंच प्रबंधन को मिला है। इस प्रकरण में सोमवार को जांच के दौरान पेंच प्रबंधन ने पाया कि मादा बाघ के एक अंगूठे के नाखून को निकालने की असफल प्रयास किया गया। जिसमें पेंच प्रबंधन जांच कर रहा है।
पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के उपसंचालक रजनीश कुमार सिंह (भा.व.से.) ने सोमवार की देर रात में हिस को बताया कि रविवार को मोगली अभ्यारण और ग्राम जीरेवाड़ा की सीमा पर मादा बाघिन का शव मिला। बाघिन की आयु लगभग 4-5 वर्ष थी। प्रथम दृष्टया बाघिन की मृत्यु विद्युत करंट से हुई प्रतीत हो रही थी। शव के समीप करंट लगाने के अन्य साक्ष्य भी मिले।
आगे बताया कि रविवार को एक वन्यजीव बाघ की मृत्यु की घटना, जिसका स्थल वन भूमि कक्ष क्रमांक 650 बीट विजयपानी वन परिक्षेत्र पेंच मोगली अभयारण्य, कुरई के अंतर्गत प्रकाश में आई। जिस पर एनटीसीए नई दिल्ली एवं कार्यालय मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक, मध्यप्रदेश, भोपाल से जारी दिशा निर्देश अनुरूप त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना स्थल को सुरक्षित किया गया व डॉग स्क्वॉड की सहायता से घटना स्थल एवं उसके आस पास छानबीन की कार्यवाही की गई।
सोमवार को पोस्टमार्टम विशेषज्ञ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अखिलेख मिश्रा, पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी तथा डॉ. अक्षय बंसोड़, जिला पशु चिकित्सक, सिवनी के द्वारा किया गया है। वन्यजीव बाघ के शरीर के सभी अंग सुरक्षित पाये गये, केवल एक अंगूठे के नाखून को निकालने की असफल प्रयास किया गया। उपरोक्त समस्त कार्यवाही की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की गई है। प्रकरण में वन अपराध प्रकरण दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही जारी है।
निर्धारित प्रक्रिया अनुसार शवदाह / भस्मीकरण की कार्यवाही क्षेत्र संचालक, देवप्रसाद जे., तहसीलदार, कुरई शंशांक मेश्राम, उप सरपंच, खवासा कासिम खान, एनटीसीए प्रतिनिधि, आदित्य जोशी, वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश मिश्रा, व अन्य की उपस्थिति में की गई।
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