विद्यार्थियों ने देखा पहली बार बाघ को, बताया कभी न भूलने वाला एहसास

सिवनी, 28 दिसंबर। ​जिले के पेंच टाईगर रिजर्व के रूखड बफर परिक्षेत्र अंतर्गत मंगलवार को स्कूली विद्यार्थियों को वन वन्यप्राणी और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और उन्हें इनके संरक्षण में सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित वन विश्राम गृह रूखड़ में अनुभूति शिविर के दौरान विद्यार्थियों ने पहली बार करीब से बाघ के दर्शन किये जिसे विद्यार्थियों ने कभी न भूलने वाला अहसास बताया और कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए पार्क प्रबंधन को बधाई दी है।


पेंच टाईगर रिजर्व के उपसंचालक अधर गुप्ता ने मंगलवार की शाम को जानकारी दी कि मध्यप्रदेश राज्य इको पर्यटन बोर्ड द्वारा पूरे मध्यप्रदेश में स्कूली विद्यार्थियों को वन वन्यप्राणी और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और उन्हें इनके संरक्षण में सम्मानित करने के उद्देश्य से अनुभूति शिविर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है इसी तारतम्य मंगलवार को पेंच टाईगर रिजर्व के रूखड बफर परिक्षेत्र अंतर्गत वन विश्राम गृह रूखड में अनुभूति कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम दरासी और घोसरी के कक्षा 8 से 12 तक के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया।


कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स आर.बी.सिंह सेवानिवृत्त सहायक वन संरक्षक एवं एडवोकेट आसिफ इकबाल ने छात्राओं को वन व पर्यावरण के विषय में मनोरंजक तरीके से जानकारी प्रदान की। पार्क प्रबंधन द्वारा छात्र-छात्राओं को नेचर ट्रेल पर पक्षी दर्शन के बाद जिप्सी वाहन से बफर क्षेत्र में जंगल सफारी की भी व्यवस्था की गई। सफारी के दौरान विद्यार्थियों ने टाइगर के प्रत्यक्ष दर्शन कर एक नई अनुभूति प्राप्त की। छात्र-छात्राओं के लिए प्रतियोगिता आयोजित कर पुरस्कार वितरण किया गया।
इस दौरान पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक अधर गुप्ता, पेंच मोगली अभ्यारण के अधीक्षक आशीष पांडेय, विलास डोंगरे, परिक्षेत्र अधिकारी एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। वहीं वन विभाग से सेवानिवृत्त वनाधिकारी अलप सिंह सनोडिया एवं बारेलाल गौतम विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान संवाद

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