सम्पूर्ण भारत में पहाडों की तराई से लेकर दक्षिण भारत तक पाया जाता है ये पक्षी
सिवनी, 06 फरवरी। हरेवा अंग्रेजी नाम Goldmantled Chloropsis, हिन्दी नाम हरेवा, वैज्ञानिक नाम Chloropsis cochinchinensis, विवरण – लगभग 18 सेन्टीमीटर का पक्षी खुले अथवा कम घने जंगलों में पाया जाता है आमतौर पर पराग का सेवन करता है।
आकार : लगभग 18 सें.मी. के आकार का हरा पक्षी।
मैदानी पहचान : गहरा हरा रंग नर की गर्दन के पास गहरे नीले नारंगी रंग के पंख मादा नर के आकार के बराबर तथा गर्दन के पास हल्के नीले रंग के पंख। गोल लम्बी एवं हल्की सी मुड़ी हुई चोंच। दूसरे पक्षियों की नकल करने के लिये जाना जाता है तथा पालतू पक्षी के लिये जाना जाता है।
वितरण : सम्पूर्ण भारत में पहाडों की तराई से लेकर दक्षिण भारत तक पाया जाता है।
भोजन : विभिन्न फूलों के पराग।
घोसला : अप्रैल से अगस्त के मध्य घोसला बनाता है जो जड, नरम घास आदि को उपयोग कर बनता है। अण्डे दो से तीन तथा गुलाबी रंग के जिस पर काले धब्बे तथा नारंगी भूरे लाल रंग की रेखाएं होती है।
हिन्दुस्थान संवाद
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