जिले के 15 गांवों की 17 हजार लोग पक्की बारहमासी सड़क से जुड़े
160 किलोमीटर लंबी 19 सड़कें निर्माणाधीन, 84 गांवों की 90 हजार से अधिक आबादी होगी लाभान्वित, आवाजाही होगी सुगम
जबलपुर, 23 मार्च।जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पिछले एक वर्ष में 11 करोड़ 82 लाख रुपये की लागत से 23 किलोमीटर लम्बी सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर सिहोरा और पाटन विकासखंड से जोड़ा गया। आज इन गांवों की करीब 17 हजार की आबादी नवनिर्मित चमचमाती सड़कों के माध्यम से विकास की मुख्यधारा से जुड़ गये।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना क्रियान्वयन इकाई जबलपुर के महाप्रबंधक आर.के. सिंह ने बताया कि पिछले एक साल पहले जिले में करीब 95 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से 181 किलोमीटर लम्बी 21 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इन सड़कों के बन जाने पर सौ गांवों के करीब एक लाख 7 हजार 671 लोगों का आवागमन सुगम होगा।
जिले के 15 गांवों को जोडऩे वाली अलग-अलग विकासखंड में बन चुकी दो सड़कों के बाद इन गांवों में विकास पहुंचता दिखने लगा है, किसानों की बाजार तक पहुंच सुगम हुई है, मुख्य चौराहों पर लोगों ने दुकानें खोलकर भी रोजगार शुरू किया है। अच्छी सड़क की वजह से बीमार और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक जल्दी पहुंचाने में सहूलियत होने लगी है।
जिले की जो दो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क बन गई है, उनमें विकासखंड सिहोरा में एन.एच.-7 घाटपिपरिया से प्रतापपुर सिहोरा-सिलौंड़ी रोड व्हाया अलगोड़ा, रमखिरिया, अगरिया सड़क मार्ग है। करीब 9 करोड़ 54 लाख रुपये की लागत से बनी लगभग 18 किलोमीटर लम्बी इस सड़क के बन जाने से 11 गांवों की 13 हजार 395 लोगों की आवाजाही आसान हो गई। इस सड़क से लाभान्वित गांवों में रिठौरी, अलगोड़ा, रमखिरिया, देवरी, सिंदूरसी, अगरिया, टिकरिया नवीन, झींटी, दुबियारा, घुघरकला एवं प्रतापपुर शामिल है। इसी तरह विकासखंड पाटन में 4 गांवों क्रमश: मिड़की, कांटी, जटासी और ककरेहटा की करीब साढ़े तीन हजार की आबादी को जोडऩे दो करोड़ 28 लाख रुपये की लागत से 5.3 किलोमीटर लम्बी चमचमाती सड़क बनाई गई है।
19 सड़कें निर्माणाधीन
इसके अलावा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की 83 करोड़ 35 लाख रुपये की लागत से 84 गांवों को जोडऩे वाली 160 किलोमीटर लम्बी 19 सड़कें निर्माणाधीन हैं। इन सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण होने जाने के बाद 90 हजार 940 लोग पक्की सड़क के माध्यम से मुख्य सड़क से जुड़ जायेंगे।
निर्माणाधीन सड़कों में विकासखंड जबलपुर की बरगी से घाटपिपरिया, एन.एच.-7 से बासनपानी व्हाया कालादेही, हिनौता-पिपरिया-सालीवाड़ा मार्ग शामिल है। वहीं शहपुरा विकासखंड में बेलखेड़ा एन.एच.-12 से बरमान जंक्शन व्हाया गुबराकला, एन.एच.-12 से कूड़ाकला, शहपुरा पाटन रोड से भुनवारा व्हाया पिपरिया कनवास और सुरई एन.एच.-12 से पिपरियाकला व्हाया फुलर मार्ग निर्माण का कार्य प्रगतिरत है। जबकि विकासखंड कुंडम में बघराजी बडुआ से सिमरिया-सिलौंड़ी रोड़, सिमरिया-सिलौंड़ी रोड से ददरगवां, मड़ईकला से मकरार, कुंडम रोड से डुंगरगवां और विकासखंड सिहोरा में सिहोरा-सिलौंड़ी रोड से गड़ा व्हाया भंडर पिपरिया तथा विकासखंड पनागर में पहाड़ीखेड़ा से महगंवा, पड़रिया-महगवां-पिपरिया से एन-एच-7 एवं पड़रिया से रिठौरी व्हाया कसही मार्ग निर्माण प्रगतिरत है।
वहीं विकासखंड मझौली में एन.एच.-7 से सुरेखा व्हाया गढ़छापा लखनपुर और सिहोरा गुबरा रोड़ से मझौली बचैया रोड व्हाया देवरी पड़वार खितौला तथा विकासखंड पाटन में कतौरा से नीची और चरगंवा से देवरी मार्ग निर्माण प्रगतिरत है। प्रगतिरत सभी 19 सड़कों की लम्बाई 160.175 किलोमीटर है और लागत 83 करोड़ 95 लाख 23 हजार रुपये हैं।
हिन्दुस्थान संवाद
