Seoni: अभियोजन व पुलिस अधिकारियों की व्यवसायिक दक्षता बढाने एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
सिवनी, 27 फरवरी। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर जिले के अभियोजन व पुलिस अधिकारियों की व्यवसायिक दक्षता बढाने के लिए जिला मुख्यालय से लगे रजवाडा लॉन में रविवार को एक दिवसीय कार्यशाला गरिमामय रूप से संपन्न हुई।
अभियोजन अधिकारी मनोज सैयाम ने रविवार की शाम को जानकारी दी कि मध्य प्रदेश लोक अभियोजन के संचालक अन्वेष मंगलम , पुलिस महानिदेशक भोपाल के निर्देशन रविवार को नगरीय क्षेत्र स्थित रजवाडा लॉन में जिला अभियोजन कार्यालय सिवनी के द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर जिले के अभियोजन एवं पुलिस अधिकारियों की व्यवसायिक दक्षता बढ़ाने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश पवन कुमार शर्मा ,विशिष्ट अतिथि अपर सत्र न्यायाधीश संजीव श्रीवास्तव, विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अपर सत्र न्यायाधीश सी.के. बारपेटे , अपर सत्र न्यायाधीश राजऋषि श्रीवास्तव , अपर सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार मिश्रा, अपर सत्र न्यायाधीश सुचिता श्रीवास्तवएवं अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक श्यामसिंह मरावी की गरिमामय उपस्थिति में किया गया। अभियोजन अधिकारी नवल किशोर सिंह ने मंच संचालन कर कार्यशाला का उद्देश्य व कार्ययोजना से अवगत कराया।
आयोजित कार्यशाला में जिला एवम सत्र न्यायाधीश पवन कुमार शर्मा द्वारा साक्ष्य अधिनियम संबधी महत्वपूर्ण विधिक तथ्यों की आवश्यकताओ तथा उनकी सुगंतता पर प्रकाश डाला गया।
न्यायाधीश संजीव श्रीवास्तव द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट से लेकर अंतिम विवेचना की विधिक बिंदु तक सामाजिक परिवेशनुसार विधि को लागू किए जाने की बात कही जिसमें जिस प्रकार न्याय होना ही नहीं दिखना भी चाहिए के सिद्धांत की तरह ही अनुसंधान करना ही नहीं अपितु स्पष्ट व वास्तविक लगना भी चाहिए के तथ्य पर मार्गदर्शन दिया गया ।
न्यायाधीश सुचिता श्रीवास्तव द्वारा वैज्ञानिक एवं इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के महत्व व उसकी ग्राहता को समझाया तथा अनुसंधान में की गई महत्त्वपूर्ण कार्यवाहियों को कैसे किया जाए जिससे न्याय सफल हो पर प्रकाश डाला गया।
न्यायाधीश सुनील कुमार मिश्रा द्वारा न्यायिक प्रक्रिया एवम विधि की मंशानुसार साक्ष्य एकत्र किए जाने चाहिए न की कार्यवाही के अनुसार किया जाना चाहिए , साथ ही न्याय प्रणाली में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। सभी न्यायाधीशों द्वारा वैज्ञानिक और सबल साक्ष्य के आधारों पर न्याय हेतु कार्य किए जाने की बात कही गई। अनुंसधान में आने वाली व्यावहारिक परिस्थिति पर चर्चा की गई विधिक समस्या पर अभिमत प्रकट किए जिससे हर पीड़ित व्यक्ति को न्याय सुलभ और त्वरित प्राप्त हो सके।
आगे बताया गया कि कार्यशाला में पुलिस अधिकारियो द्वारा भी अपनी विधिक एवम व्यावहारिक परिस्थितियों से अवगत कराया गया एवं अनुसंधान हेतु उत्तम से उत्तम साक्ष्य प्रस्तुत किए जाने संबंधी चर्चा की गई।
इस विधिक कार्यशाला में उपस्थित सभी मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा महत्वपूर्ण विधिक मार्गदर्शन प्रदान किए जाने पर एवम अभियोजन व पुलिस अधिकारियों के उत्कृष्ट कार्य की सराहना एवं त्रुटियों को सुधारने के लिए जो विधिक अभिमत प्रदान किए गए के लिए उप संचालक अभियोजन रमेश कुमार उईके द्वारा साधुवाद प्रकट किया गया एवं जिला अभियोजन अधिकारी एवं उनके आयोजक अधिकारियों को शुभकामनाएं दी गई। जिला अभियोजन अधिकारी श्रीमती दीपा ठाकुर ने माननीय अतिथि गणों द्वारा सुझाए गए मार्गदर्शी सिद्धांतो एवम तथ्यों को पुलिस और अभियोजन द्वारा अनुपालना किए जाने की बात कही तथा कार्यशाला में सहभागी पुलिस व अभियोजन अधिकारियों को आयोजन को सफल बनाने हेतु आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया गया।
इस दौरान जिले के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) थानों के थाना प्रभारी , उपनिरीक्षक , सहायक उपनिरीक्षक , प्रधान आरक्षक एवम जिले के समस्त अभियोजन अधिकारियों द्वारा भाग लिया गया।
हिन्दुस्थान संवाद
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