अपडेटः बाघ के हमले से रघुनाथ की हुई मौत, एक वनरक्षक निलंबित

सिवनी, 09 मार्च। जिले के बरघाट परियोजना मंडल के सिवनी परिक्षेत्र के उप परिक्षेत्र गोपालगंज, रजोला बीट के कक्ष क्रमांक 457 में अलग-अलग टुकडों में एक व्यक्ति का शव मिला था जिसकी पुष्टि संभागीय प्रबंधक बरघाट परियोजना मंडल के व्ही.सी.मेश्राम ने की और बताया कि यह घटना बाघ द्वारा कारित की गई है। इस प्रकरण में उन्होनें चैन सिंह उइके बीटगार्ड रजोला(सापापार) को तत्काल निलंबित किया है वही परिजनों को सहायता राशि 20 हजार रूपये दी है।
संभागीय प्रबंधक, ने बुधवार की देर रात्रि को बताया कि 08 मार्च को रघुनाथ (50)पुत्र पुसू उईके, निवासी ग्राम छीतापार, तहसील कुरई के गुम होने के सूचना देर रात्रि 8 बजे बीट गार्ड रजोला को प्राप्त हुई। सूचना मिलने पर बीटगार्ड रजोला अपने अधिनस्थ अमले एवं क्षेत्रीय वन अमले के द्वारा रघुनाथ उईके की खोज आस-पास के वनक्षेत्रों में देर रात्रि तक की गई, परंतु रघुनाथ की कोई खबर नहीं मिली। दूसरे दिन बुधवार 09 मार्च को सुबह रघुनाथ की खोज पुनः क्षेत्रीय वन अमले द्वारा रजोला परिसर के वनक्षेत्रों में की गई। इस दौरान रघुनाथ उईके का मृत शरीर बरघाट परियोजना मण्डल के अंतर्गत परियोजना परिक्षेत्र सिवनी के उप परिक्षेत्र गोपालगंज, रजोला बीट के कक्ष क्रमांक 457 में पाया गया।


आगे बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वन विकास निगम, क्षेत्रीय वन मण्डल एवं पेंच टाईगर रिजर्व के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुॅचे प्रथम दृष्टया रघुनाथ को किसी वन्यप्राणी द्वारा खाया जाना पाया गया। तदोपरांत मृतक के शव को घटना स्थल से उठाकर लाया गया एवं स्थानीय डॉक्टर की सहायता से पोस्टमार्टम किये जाने के बाद शव का अंतिम संस्कार वन अमले एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में किया गया। म.प्र.शासन वन विभाग की वन्य प्राणी द्वारा जनहानि क्षतिपूर्ति योजना के अंतर्गत मृतक के परिजनों को देय मुआवजा राशि रूपये 4.00 लाख में से तत्काल अर्थिक सहायता राशि रूपये 20,000 नगद परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी, सिवनी द्वारा मौके पर प्रदाय किया गया। मुआवजे की शेष राशि 3.80 लाख प्रदान करने की कार्यवाही की जा रही है। घटना की स्थिति को देखते हुए समस्त क्षेत्रीय ग्रामीणजनों को वनक्षेत्रों में भ्रमण न करने हेतु समझाईश दी गई एवं घटना स्थल के आसपास के वनक्षेत्रों में कर्मचारियों की गश्ती बढ़ा दी गई है।
हिन्दुस्थान संवाद

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