सिवनी सीएचएमओ को नही मालूम कि जिले की कोविड पॉजिटिविटी दर क्या है

सार्वजानिक नही हो रही संक्रमित मृतकों की वास्तविक संख्या

सिवनी, 15 मई । जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.के.सी. मेश्राम को जिले में कोविड पाॅजीटिवटी की दर क्या है इसकी जानकारी नही है और ना ही जिले में अब तक कोविड संक्रमण से हुये मृतकों की जानकारी है।


शनिवार की दोपहर को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कोविड के नये मरीजों , स्वस्थ्य मरीजों व आईसोलन में रखे गए मरीजों की संख्या, कोरोना संक्रमण प्रतिशत और जिले में कोरोना संक्रमण से हुई मौत के आंकडे व जिले में कोविड पाॅजीटिविटी दर के संबंध में जानकारी चाही गयी तो वे हमेशा की तरह गैर जिम्मेदाराना जबाव देते नजर आए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.के.सी.मेश्राम ने बताया कि उन्हें पाॅजीटिविटी दर क्या है मालूम नही है और जिले में कोविड संक्रमण से कितनी मृत्यु हुई है वह भी जानकारी नही है। और शनिवार को कितने नये प्रकरण आये है वह भी जानकारी नही है।

बिना हस्ताक्षर युक्त, आधी अधूरी जानकारी से संबंधित बुलेटिन ।


इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग के मुखिया रोजाना हो रही वीसी. बैठको में वरिष्ठ अधिकारियों को क्या अवगत कराते है और जिले में कोविड की रोकथाम के लिये कितने सजग है ?


आगे बताया कि हम पीआरओ सिवनी को बुलेटिन भेज देते है जिसमें जानकारी होती है।
ज्ञात हो कि कोविड के प्रांरभ से लेकर अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा हस्ताक्षर युक्त कोविड बुलेटिन मीडिया तक नही पहुंचाया गया है और कोविड संक्रमण से संबंधित जानकारियां सुबह से ही सोशल मीडिया में अनाधिकृत रूप से वायरल हो जाती है। जमीनी हकीकत की बात करे तो कई बार उक्त अधिकारी जनसंपर्क विभाग के अधिकारी को भी जानकारी नही देता ओर पीआरओ परेशान होते रहते है क्योंकि पत्रकार भी पीआरओ से ही जानकारी चाहते है।


उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये की कोविड से संबधित जानकारी मीडिया से साझा की जायें लेकिन सिवनी जिले में ऐसा कही हो रहा है प्रतीत नही होता है वहीं जिला चिकित्सालय में दो-दो मीडिया प्रभारी होने के बाद भी उनके द्वारा मीडिया से दूरिया बनाई गई है जिससे जनजागरूकता का अभाव है।


वहीं पीआरओ को भेजे गये बुलेटिन भी बिना हस्ताक्षर युक्त होता है जिसमें आधी अधूरी जानकारिया होती है। शासन के द्वारा अधिकृत रूप से जारी होने वाला बुलेटिन लापरवाहियों के चलते जारी नही होता है।


हिन्दुस्थान संवाद

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