Seoni: प्रदेश के अध्यापक शिक्षक संवर्ग की लंबित मांगों एवं समस्याओं का निराकरण शीघ्र किया जाए- कपिल बघेल

सिवनी, 03 जनवरी। मध्यप्रदेश के आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कपिल बघेल ने बताया है कि अध्यापक शिक्षक संवर्ग को वर्ष 2006,2007,2008,2009,2010 एवं 2011 में नियुक्त अध्यापक शिक्षक संवर्ग को प्रथम क्रमोन्नत/समयमान वेतनमान का लाभ व वर्ष 2018,2019,2020,2021 एवं 2022 में 10 से 12 वर्ष की सेवा अवधि पुर्ण होने पर इन्हें लाभ मिलना चाहिए था। इसी प्रकार वर्ष 1998,1999,2001,2002 एवं 2003 में नियुक्त अध्यापक शिक्षक संवर्ग को नवीन शिक्षक संवर्ग में 20 से 24 वर्ष की सेवा अवधि पुर्ण कर लेने के बाद भी द्वितीय क्रमोन्नत/समयमान वेतनमान का लाभ मिलना था। किंतु शासन-प्रशासन के द्वारा आज तक कोई इस संबंध में आदेश-निर्देश नही दिया गया है। साथ ही पिछले कई वर्षों में अध्यापक शिक्षक संवर्ग के सैकड़ों अध्यापक साथी दिंवगत हो चुके हैं। उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों का भी शासन-प्रशासन के द्वारा कोई निराकरण नही किया गया है।उनका भी आदेश शीघ्र जारी करने की मांग की हैं। अध्यापक शिक्षक संवर्ग के हितार्थ को देखते हुए पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य लंबित मांगों और समस्याओं के निराकरण का भी अनुरोध किया है। ताकि धरना,प्रदर्शन,रैली, आन्दोलन,अनिश्चितकालीन हड़ताल व भुख हड़ताल के लिए प्रदेश के अध्यापक शिक्षक संवर्ग को बाध्य नहीं होना पड़े। साथ ही निलंबन का मुंह नही देखना पड़े।प्रशानिक अधिकारियों की लेट लतीफी के कारण पिछले महीनों में जो मजबूरी वश हड़ताल की गई थी उस पर की गई वेतन कटौती आदि नियमविरुद्ध कार्यवाहियों को भी वापस लिया जाना चाहिए।

हिंदुस्थान संवाद

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