Seoni: ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर अब होगा ई-चालान

सिवनी, 13 अप्रैल। भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एवं मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एनआईसी) द्वारा डेवलप म-चालान एप्लीकेशन का त्रि-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्याम कुमार मरावी एवं एनआईसी सिवनी डीआईओ जी.एस.बघेल के मार्गदर्शन में बुधवार को आयोजित किया गया।

आयोजित कार्यक्रम में जी.एस.बघेल ने पोलिसिंग में इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के महत्त्व एवं बेस्ट प्रैक्टिस पर अपने विचार रखे। एनआईसी भोपाल से आए श्री गौतम डे स्टेट रोलआउट मैनेजर द्वारा ई-चलान सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में सिवनी (समस्त थाना प्रभारी), छिन्दवाड़ा, बालाघाट, मंडला, नरसिंहपुर, डिंडौरी जिले के नोडल ऑफिसर एवं पुलिस स्टॉफ सम्मिलित हुए। प्रशिक्षण में पुलिस स्टाफ को ई-चलान सॉफ्टवेयर की हैंडसऑन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में बताया गया की ट्रैफिक नियमों का उलंघन करने पर पुलिस ऑफिसर द्वारा चालान करने पर आम जनता विभिन्न विभिन्न ऑप्शन जैसे ई- पेमेंट, ऑनलाइन पेमेंट, एसएमएस या एटीएम कार्ड द्वारा भी कर सकते है चालान का भुगतान 10 दिनों में करना होता है। भुगतान न करने पर ऑटोमैटिक चालान वर्चुअल-कोर्ट को फॉरवर्ड हो जाता है। ई-चालान एप्लीकेशन वाहन एवं सारथी डेटाबेस से कनेक्टेड है सॉफ्टवेयर में वाहन का नंबर, आरसी या वाहन के चेसिस नंबर देने पर सारी जानकारी ऑटोमैटिक डेटाबेस से मिल जाती है जिससे चोरी या गलत नंबर या अन्य अपराध में सलंग्न वाहन या ड्राईवर की पहचान तुरंत की जा सकती है मध्य प्रदेश के सभी थानों में पीओएस डिवाइस प्रदान की जा रही है पीओएस डिवाइस की मदद से पुलिस ऑफिसर चालान करते समय डिवाइस के उपयोग से ऑन द स्पॉट ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन एवं चालाक का फोटो भी ले सकते है। ट्रैनिंग कार्यक्रम में सिवनी एनआईसी डिस्ट्रिक्ट रोलआउट मैनेजर अमोल शुक्ला द्वारा टेक्निकल सपोर्ट किया गया।
हिन्दुस्थान संवाद