सिवनीः बाघ शावक का रेस्क्यू कार्य सफलता पूर्वक संपन्न

सिवनी, 20 अगस्त। विश्वविख्यात पेंच नेशनल पार्क में 20 अगस्त 24 को पेंच टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र के ग्राम टुरिया से एक बाघ शावक का रेस्क्यू किया गया।

पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के उपसंचालक रजनीश कुमार सिंह ( भा.व.से.) ने हिस को बताया कि शावक की आयु लगभग 16 से 18 माह अनुमानित है। यह बाघ शावक विगत रात्रि टुरिया ग्राम के खेतों में देखा गया था तथा मानव आबादी के बहुत करीब होने के कारण रात्रि से ही पेंच टाइगर रिजर्व के गश्ती दल इस पर सतत् निगाह रखते हुए स्थानीय ग्रामीणों को सावधानी बरतने बाबत सलाह देते हुए गश्त कर रहे थे। रात्रि 3 बजे के लगभग यह बाघ अंधेरे में गश्ती दलों के निगाह से ओझल हो गया था अतः गश्ती दलों ने सवेरा होते से ही पुनः इस बाघ शावक की तलाश प्रारंभ की। जब यह बाघ शावक टुरिया ग्राम के समीप रिसोर्ट में मिल गया तो मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक शुभरंजन सेन को इसके स्थिति के बारे में अवगत कराया गया।

उपसंचालक ने बताया कि मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक सेन ने इसके रेस्क्यू करने की अनुमति प्रदान की तदोपरांत पेच टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ वन्यप्राणी चिकित्सक डॉक्टर अखिलेश मिश्रा ने हाथियों की मदद से बाघ के पास जाकर उसे निश्चेत किया एवं रेस्क्यू कर खवासा वन्यप्राणी चिकित्सा केंद्र लेकर आए। रेस्क्यू के दौरान जबलपुर वेटरनरी कॉलेज के वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ सेंटर की डॉक्टर निधि राजपूत भी उपस्थित थी एवं उन्होंने रेस्क्यू किए गए बाघ के खून एवं अन्य नमूने जांच के लिए एकत्र किए। रेस्क्यू कार्य के दौरान कुरई थाने के थाना प्रभारी एवं अन्य पुलिस कर्मचारी कानून एवं न्याय व्यवस्था संभालने के लिए लगातार उपस्थित रहे। टुरिया ग्राम के ग्रामीणों ने भी पूरा सहयोग दिया एवं वह पूरे समय रेस्क्यू स्थल से 500 मी या अधिक दूरी पर ही उपस्थित रहे तथा रेस्क्यू कार्य को बिना विघ्न संपन्न होने में अपना पूरा योगदान दिया जिससे बिना कोई जनहानि हुई यह रेस्क्यू सफलतापूर्वक किया जा सका।

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