Seoni: जैन तीर्थों को पर्यटन स्थल घोषित किये जाने का किया मौन विरोध

सिवनी, 21 दिसंबर । सम्मेद शिखर जैन तीर्थ को पर्यटन स्थल में परिवर्तित करने के विरोध में बुधवार की दोपहर को जिले के जैन समाज के सभी संगठनों द्वारा मौन विरोध करते हुए केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति तथा झारखंड के मुख्य के नाम ज्ञापन सौंप कर कहा गया कि शीघ्र प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा। वही विरोध स्वरूप समाजजनों द्वारा प्रतिष्ठान बंद रखा गया।


सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया कि तीर्थ हमारी संस्कृति व समाज उत्थान के केन्द्र होते है तीर्थों की पवित्रता को खत्म नहीं करना चाहिए, सम्मेद शिखर पर सरकार द्वारा पर्यटन स्थल एवं वन्य प्राणी अभ्यारण जैसी अधिसूचना जारी की गई है जिससे धार्मिक आस्थाओं पर कुठाराघात होगा। कोई भी सभ्य समाज इन योजनाओं को स्वीकार नहीं करेंगा। सम्मेद शिखर सहित देश के सभी धार्मिक स्थलों को सरकार पवित्र स्थल घोषित करें। वहां शराब, मांसाहारी सहित सभी व्यसनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिए, सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने का प्रस्ताव वापस ले अन्यथा चरणवृद्ध आंदोलन किया जायेगा।
उक्त मांगों को लेकर दिंगबर जैन समाज, श्वेताबंर समाज, तरण तारण समाज की उपस्थिति में हजारों की संख्या में स्थानीय शुक्रवारी बाजार, नेहरू रोड, नगर पालिका, बस स्टेंड, पोस्टआफिस, भैरोगंज रोड होते हुए मिलन बाझल, सुजीत जैन, संजय मालू , सुजीत नाहटा, नरेश दिवाकर सहित सभी समाज की महिला पुरूष एवं बच्चे ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अनुविभागीय अधिकारी विभा शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
हिन्दुस्थान संवाद

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