सिवनीः जंगल सत्याग्रह के शहीदों की स्मृति में आयोजित हुआ शहीद मेला

सिवनी, 09 अक्टूबर । 09 अक्टूबर 1930 को हुए जंगल सत्याग्रह में अपने प्राणों की आहुति देने वाले आदिवासी शहीद श्रीमती रेनों बाई, श्रीमती मुड्डे बाई, श्रीमती देभो बाई एवं बिरजू भोई की स्मृति में गुरुवार को कुरई विकासखंड के ग्राम टुरिया में शहीद मेले का आयोजन किया गया। यह आयोजन मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार प्रतिवर्ष इसी तिथि को आयोजित किया जाता है।
मुख्य अतिथियों एवं अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके उपरांत शहीदों के परिजनों तथा मांझी सेना के सदस्यों को साल, श्रीफल एवं पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया गया।
सांसद श्रीमती भारती पारधी ने कहा कि जंगल सत्याग्रह के दौरान इन शहीदों ने अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध जो संघर्ष किया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। हमें उनके बलिदान को सदैव स्मरण रखना चाहिए और आदिवासी समाज के गौरव को आगे बढ़ाना चाहिए।
बरघाट विधायक कमल मर्सकोले ने कहा कि शहीदों का यह बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि आज के समाज के लिए मार्गदर्शन है। राज्य सरकार आदिवासी समाज के उत्थान और शहीदों की स्मृतियों को संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
कार्यक्रम में क्षेत्र के नागरिकों, विद्यार्थियों एवं सामाजिक संगठनों की भी सक्रिय भागीदारी रही। उपस्थित जनसमुदाय ने शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद श्रीमती भारती पारधी, विधायक बरघाट कमल मर्सकोले, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मालती डेहरिया, जिला भाजपा अध्यक्ष श्रीमती मीना बिसेन, जनपद अध्यक्ष कुरई लोचन सिंह मर्सकोले, जनपद उपाध्यक्ष हरदीपसिंह भाटिया, अपर कलेक्टर सुश्री सुनीता खंडायत सहित अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी और ग्रामीणजन उपस्थित रहे।