Seoni: पेंच पार्क के टुरिया वन क्षेत्र में तेदुंए की अठखेलियां, मुख्यमंत्री ने कहा अतुल्य , अद्भुत और उत्कृष्ट

सिवनी, 08 अप्रैल। विश्वविख्यात पेंच नेशनल पार्क में इन दिनों वन्यप्रणियों की अठखेलियों की फोटोग्राफ सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे है। यह फोटोग्राफ वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर द्वारा अपने कैमरे में कैद किये है। ऐसा ही एक फोटोग्राफ जिसमें पेंच टाईगर रिजर्व के दुरिया वन क्षेत्र में तेंदुए अठखेलियां करते हुए दिखा है जिसको वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर वरूण ठक्कर ने अपने कैमरे में कैद किया जिसे उन्होनें बीते दिन सोशल मीडिया के टवीटर पेज पर साझा किया है।

input photo- wildlife photographer – Varun Thakkar


उल्लेखनीय है कि तेंदुए की अठखेलियों को देखकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है कि अतुल्य, अद्भुत और उत्कृष्ट।
ज्ञात हो कि पेंच टाईगर रिजर्व में मुख्यतः तीन प्रकार के वन्यप्राणी है जिसमें शाकाहारी, मांसाहारी, सर्वाहारी है। वर्ष 1992 में भारत सरकार द्वारा पेंच राष्ट्रीय उद्यान, पेंच अभ्यारण्य एवं कुछ अन्य वन क्षेत्रों को सम्मिलित कर 757.850 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को देश का 19 वां प्रोजेक्ट टाईगर रिजर्व बनाया गया। वर्ष 2002 में पेंच राष्ट्रीय उद्यान एवं पेंच अभ्यारण्य का नाम क्रमशः इंदिरा प्रियदर्शनी पेंच राष्ट्रीय उद्यान एवं पेंच मोगली अभ्यारण्य रखा गया। मांसाहारी वन्यप्राणी में शेर, तेन्दुआ, जंगली बिल्ली, जंगली कुत्ते, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, भेड़िया, नेवला, सिवेट केट इत्यादि पाये जाते है। शाकाहारी प्रजातियों में गौर, नीलगाय, सांभर, चीतल, चौसिंगा, चिंकारा, जंगली सुअर इत्यादि प्रमुख है ।


इस राष्ट्रीय उद्यान में लगभग 325 प्रजातियों के पक्षी भी वर्ष के विभिन्न मौसमो में देखे जा सकते हैं। पार्क की सीमा के अंदर स्थित तोतलाडोह जलाशय के डूब क्षेत्रों में ठंड के मौसम में कई प्रकार के प्रवासी पक्षियों का जमघट लगा रहता है। प्रवासी पक्षियों में ब्रम्हिनी डक, पिनटेल, व्हिसलिंग टील, वेगटेल इत्यादि प्रमुख है ।
जूलाजिकल सर्वे आफ इंडिया के द्वारा इस संबंध में सर्वेक्षण करने पर इस संरक्षित क्षेत्र में लगभग 57 प्रजाति के स्तनपाई (मेमल्स), 13 प्रकार के उभयचर, 37 प्रकार के सरीसृप एवं 50 प्रकार की मछलियां का पता लगाया जा चुका है। इसके साथ साथ विभिन्न प्रकार के रहवास में लगभग 325 से अधिक प्रजातियो के पक्षियों की पहचान की जा चुकी है।
हिन्दुस्थान संवाद

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