सिवनीः कलेक्टर डॉ.फांटिग ने किया प्राकृतिक खेती एवं फसल विविधता यूनिट का निरीक्षण

सिवनी,05 मार्च। जिले में प्राकृतिक खेती एवं फसल विविधता को बढ़ावा देने हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए कलेक्‍टर डॉ.राहुल हरिदास फांटिग द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर रहे है। इसी क्रम में दिनांक शुक्रवार 04 मार्च को कृषि विज्ञान केन्‍द्र सिवनी में आत्‍मा गवर्निंग बोर्ड की बैठक में कलेक्‍टर द्वारा प्राकृतिक खेती एवं फसल विविधता पर चर्चा की गई और परम्‍परागत फसलों की खेती के साथ-साथ सीधे बाजार में बेची जा सकने वाली फसलों की खेती करने हेतु कृषकों को प्रोत्‍साहित करने के निेर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये जिससे की कृषकों को सीधे मुनाफा मिल सके।


इस दौरान आत्‍मा गवर्निंग बोर्ड की बैठक में उपस्थित सदस्‍य कामता ठाकुर द्वारा जीराशंकर धान उत्‍पादन हेतु अपनाये जा रहे जीवामृत के लाभों के बारे में अवगत कराते हुये जैविक जीराशंकर धान उत्‍पादन की लागत के अनुपात में मुनाफे की जानकारी दी।


सहायक संचालक उद्यान श्रीमति आशा उपवंशी वासेवार द्वारा टमाटर की खेती से कृषको को होने वाले मुनाफे के बारे जानकारी देकर जिले में टमाटर फसल की संभावनाओं पर चर्चा कर टमाटर के प्रसंस्‍करण यूनिट के संबंध में जानकारी दी।
बताया गया कि इस दौरान कलेक्टर सिवनी द्वारा कृषि विज्ञान केन्‍द्र में स्‍थापित प्राकृतिक खेती यूनिट का अवलोकन कर बीजामृत, जीवामृत, पंचगव्‍य बनाने की प्रक्रिया को जाना ओर इसे कृषकों के बीज पहुंचाने के निर्देश देते हुये कृषि विज्ञान केन्‍द्र में स्थित बकली पालन यूनिट, मुर्गी पालन यूनिट का निरीक्षण किया।
बैठक में उपसंचालक कृषि मोरिस नाथ द्वारा प्राकृतिक खेती एवं फसल विविधता को कृषकों तक पहुंचाने हेतु जिले की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिये गये।
हिन्दुस्थान संवाद

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