Seoni: सीएमओ ने भवन अनुज्ञा प्रदान करने के लिए ली दस हजार रूपये की रिश्वत ,लोकायुक्त के ट्रैप दल ने रंगे हाथ पकडा
सिवनी, 24 फरवरी। जिले के बरघाट विकासखंड अंतर्गत आने वाले नगरपरिषद बरघाट के मुख्यनगर परिषद अधिकारी सुश्री कामिनी लिल्हारे को शुक्रवार की दोपहर को जबलपुर लोकायुक्त पुलिस केट्रैप दल ने भवन अनुज्ञा प्रदान करने के लिए मुख्य नगर परिषद बरघाट के सीएमओ कामिनी लिल्हारे द्वारा आवेदक(जय टेभरे) से दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकडा है।
जबलपुर लोकायुक्त पुलिस के ट्रेप ने शुक्रवार की शाम को हिस को बताया कि बरघाट निवासी जय(38) पुत्र रामेश्वर प्रसाद टेभरे ने बीते दिन स्वयं उपस्थित होकर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त जबलपुर को लिखित शिकायत दी थी कि बरघाट नगर परिषद में उसने भवन अनुज्ञा के लिए आवेदन दिया है। अनुज्ञा प्रदान करने के लिए नगर परिषद बरघाट के सीएमओ सुश्री कामिनी लिल्हारे द्वारा दस हजार रूपये की मांग की गई है। जिसकी सत्यता की जांच करने उपरांत जबलपुर लोकायुक्त पुलिस के ट्रेप दल ने शुक्रवार को योजनाबद्ध तरीके से बरघाट नगर परिषद के कार्यालय में दबिश दी जहां पर आवेदक जय टेभरे ने मुख्य नगर परिषद अधिकारी के कार्यालय में सीएमओ सुश्री कामिनी लिल्हारे को दस हजार रूपये की रिश्वत दी। इस दौरान पहले से मौजूद लोकायुक्त पुलिस के ट्रेप दल ने सीएमओ के कक्ष में दबिश देकर सीएमओ कामिनी लिल्हारे को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकडा है।
आगे बताया गया कि प्रार्थी की भवन अनुज्ञा की कुल 11 फाइलें पेंडिंग थी जिसमें से 5 फाइलों में भवन अनुज्ञा प्रदान किए जाने के एवज में प्रति फाइल 2000 के हिसाब से कुल 10000 रिश्वत मांगी गई थी। इस मामले में लोकायुक्त के टेªप दल द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाहियां की जा रही है। इस दौरान जबलपुर लोकायुक्त के ट्रेप के सदस्य उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 के माह नवंबर में तात्कालीन कलेक्टर डॉ.राहुल हरिदास फांटिग द्वारा परिवीक्षाधीन सीएमओ कामिनी लिल्हारे को अपने कर्तव्यों के निष्पादन में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने को लेकर सेवा समाप्ति का प्रस्ताव आयुक्त नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा था।
हिन्दुस्थान संवाद