Seoni: भाजपा के विधायक नही चाहते कि कांग्रेस का नगरपालिका अध्यक्ष रहते हुये सिवनी का विकास हो-राजिक अकील
सिवनी, 05 दिसंबर। वर्षाे बाद सिवनी नगर की जनता ने सिवनी नगरपालिका में कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष और कांग्रेस बहुमत वाली परिषद को इस उम्मीद के साथ चुना था कि विगत 19 वर्षाे में जो सिवनी की दुर्दशा भाजपा के नेताओं ने की थी उससे मुक्ति मिल सकें, किन्तु सिवनी का दुर्भाग्य हैै कि भाजपा के विधायक नही चाहते कि कांग्रेस का नगरपालिका अध्यक्ष रहते हुये सिवनी का विकास हो। यदि सिवनी विधायक सिवनी का विकास चाहते है तो दलगत भावना और निजी स्वार्थाे से उपर उठकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी को स्वतंत्र रूप से कार्य करने दे।यह बात जिला कांग्रेस के प्रवक्ता राजिक अकील ने सोमवार को जारी बयान में कही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि जैसा सभी जानते है कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी सिवनी विधायक दिनेश राय ने अपनी मनमर्जी के अनुसार सिवनी स्थानांतरण कराया है, वह उन्ही के ईशारे में काम कर रही है यही कारण है कि कांग्रेस का नगरपालिका अध्यक्ष होने के कारण वह नगर में कोई विकास कार्य होता हुआ देखना नही चाहतें। कारण बिलकुल स्पष्ट है कि अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होना है वह नही चाहती कि कांग्रेस पार्टी को इसका लाभ मिले और सिवनी विधायक को इसका नुकसान हो।
लगभग 3 माह परिषद के गठन को पूर्ण हो चुके है जिसमें 45 दिन मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने अवकाश एवं प्रशिक्षण में निकाल दिये है वह कभी भी नगर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने नही निकलती है। प्रदेश के मुख्यमंत्री के निजी कार्यक्रम में जरूर सफाई व्यवस्था में जो तत्परता दिखायी थी, वह दोबारा देखने को नही मिला। जिस उर्जा के साथ नगरपालिका अध्यक्ष शफीक खान कार्य कर रहें है किन्तु उन्हें मुख्य नगरपालिका अधिकारी का सहयोग बिलकुल भी नहीं मिल रहा है। पीआईसी की बैठक हुये दो माह से अधिक का समय हो चुका है अभी तक पीआईसी प्रोसिडिंग नही लिखी गयी। जबकि नगरपालिका अधिनियम कहता है कि प्रोसिडिंग तत्काल लिखकर सूचना पटल पर चस्पा की जाये एवं उसकी एक प्रति विहित अधिकारी को प्रेषित की जाए। वार्ड पार्षद अपने अपने वार्डाे में निर्माण कार्य प्रारंभ होने की आशा लगाये बैठे है, प्रोसिडिंग कम्पलिट न होने के कारण निर्माण कार्य र्प्रारंभ नही हो पा रहें है। 3 माह से अधिक का समय हो गया है विधुत समाग्री नही है उसकी खरीदी की प्रक्रिया भी अभी तक पूर्ण नही की गयी।
आम आदमी से मिलना तो दूर की बात, पार्षदो से भी मिलने से मुख्य नगरपालिका अधिकारी को परहेज रहता है किसी का फोन उठाना अपने शान के खिलाफ समझती है फाइलों में हस्ताक्षर भी अपने मर्जी से करती है। शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गयी है। सुअरो का झूंड एवं आवारा जानवरों से नगर के लोग परेशान है पार्षदो की शिकायत के बाद भी मुख्य नगरपालिका अधिकारी को इन सभी बातो से कोई सरोकार नही है। यदि सिवनी विधायक सिवनी का विकास चाहते है तो दलगत भावना और निजी स्वार्थाे से उपर उठकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी को स्वतंत्र रूप से कार्य करने दे।
हिन्दुस्थान संवाद