Seoni: जब जनप्रतिनिधि ही लाईन आर्डर की स्थिति निर्मित करें तो कैसे रामराज आयेगा- नरेन्द्र ठाकुर

आरोप : बरघाट विधायक शांति का टापू कहे जाने वाले कुरई क्षेत्र में सीधे-सादे आदिवासियों को भडकाकर चकाजाम व लाईन आर्डर की स्थिति निर्मित करते है- नरेन्द्र ठाकुर

सिवनी, 14दिसंबर। दो दिन पूर्व पेंच पार्क के बफर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गोडेगांव में बाघ के हमले से एक किसान की मौत व दो व्यक्ति घायल हुए है इस घटनाक्रम में जिला प्रशासन लगातर सक्रिय था वह अपना कार्य कर रहा था लेकिन वहां शांति का टापू कहे जाने वाले कुरई क्षेत्र में पिछले छह-आठ महीने से हमारे जो चकाजाम विधायक है अर्जुन सिंह काकोडिया जो बरघाट विधानसभा से आते है। लगातार उनके द्वारा एक मूवमेंट तैयार किया जा रहा है सीधे-सादे आदिवासी समाज को भडकाकर , वहां चकाजाम कराना, लाइन आर्डर की स्थिति कराना , शासकीय गाडियों को जलाना, शासकीय कार्यो को जलाना, शासकीय योजनाओं को जलवाना ऐसी घटनाएं की जा रही है जिस पर से वह रोड में बैठकर चकाजाम करते है बहुत ही निदंनीय है। इस आशय के गंभीर आरोप लगाते हुए यह बात सिवनी भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व नगर अध्यक्ष नरेन्द्र ठाकुर ने बुधवार की दोपहर को ज्यारत नाका स्थित आर्शीवाद लॉन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही।


उन्होनें कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि आप किसी भी नेशनल हाइवे को जाम नही कर सकते। और हमारे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पर इस तरीके के शब्दों उपयोग किया जा रहा है कि आप मर्द के बच्चे हो तो यहां के कलेक्टर , एसपी सीसीएफ को संस्पेड करों। यह मुद्दा वन विभाग के अंतर्गत आता है इसमें डीएफओ , नाकेदार, रंेजर, सीसीएफ होता है। एक जनप्रतिनिधि को यही नही मालूम है कि हम अपनी बात को किस प्लेटफार्म में रखें, कहां रखें। जब लाईन आर्डर बिगडता है तो जनप्रतिनिधि का कर्तव्य होता है उसे कंट्रोल करें , प्रशासन तो बाहरी व्यक्ति होता है लोकल व्यक्ति जनप्रतिनिधि होता है। जब जनप्रतिनिधि ही लाईन आर्डर की स्थिति निर्मित करें तो कैसे रामराज्य आयेगा। कैसे वहां की व्यवस्था सुधरेगी।


उन्होनें दावा करते हुए कहा कि पहले कुरई क्षेत्र शांति का टापू कहा जाता था बीते वर्षो में जब वह वनमंत्री के साथ गये थे तब वहां आदिवासियों को रोजगार मिले ऐसी सुविधाएं की गई लेकिन कुछ दिन के अंदर ही वह शासन की योजनाएं जिससे रोजगार मिलते वह जला दिये गये थे। लोगों को नयी विचारधारा से जोडकर उनका राजनीतिकरण करके वहां एक नया डेव्हलेपमेंट अंदर-अंदर ही चल रहा है।


नरेन्द्र ठाकुर ने आगे कहा कि वर्ष 2019 में कांग्रेस की सरकार थी तब भी कुरई क्षेत्र में एक बाघ ने एक व्यक्ति का शिकार किया था जब इन्होनें यह मुद्दा नही उठाया और अब यह क्या भाजपा का बाघ है जिसने शिकार कर लिया। यह प्राकृतिक घटना है। क्या जानवर भी भाजपा और कांग्रेस के हो गये। ऐसे एक मूर्खता का परिचय है ऐसे इतने बडे जनप्रतिनिधि के द्वारा ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना अशोभनीय है इसकी हम निंदा करते है और जिस तरीके से वहां पर गाडियां जली है शासन की , इन्होनें जो आदिवासियों को भडकाकर जो लाइन आर्डर की स्थिति निर्मित की है मैं नरेन्द्र ठाकुर प्रशासन से आग्रह करता हूं कि निश्चित तौर पर उन पर शासकीय धाराओं के तहत कार्यवाही करें।
हिन्दुस्थान संवाद

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