Pench park: करंट लगाकर बाघ को मारने वाले तीन आरोपित पहुंचे जेल
सिवनी, 04 अक्टूबर। जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र कुंभपानी बफर के ग्राम कोना पिडंरई के पास पेंच नदी में मिले एक पैर कटा बाघ के शव की गुत्थी एसटीएफ जबलपुर और पेंच टाईगर रिजर्व की टीम ने सुलझा ली है और इस घटनाक्रम में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर मंगलवार को जिला न्यायालय छिंदवाडा के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
पेंच प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार 01 अक्टूबर 22 की सुबह टाईगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र कुंभपानी बफर के ग्राम कोनापिंडरई के पास पेंच नदी में एक बाघ मृत अवस्था में पानी में तैरते हुए मिला था। इस प्रकरण में एसडीएफ जबलपुर एवं पेंच पार्क की टीम ने घटना स्थल से मिले साक्ष्यों को एकत्रित कर आधुनिक तकनीक , ड्रोन कैमरे, डॉग स्कावड एव अन्य संसाधनों का उपयोग करते हुए घटना के 24 घंटे के अंदर ही आरोपितों के ठिकानो तक पहुंच गई थी।
बताया गया कि पेंच पार्क के कुंभपानी बफर, गुमतरा, खवासा ,कुरई एवं एस.टी.एफ., डॉग स्क्वॉड टीम घटना स्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर ग्राम हिर्री छिंदवाडा वनमंडल, परिक्षेत्र चौरई की बीट गिटेरिया कक्ष क्रमांक 1376 के समीप पहुंची जहां ग्राम हिर्री निवासी सीताराम(58) पुत्र बिज्जू बेलवंशी के खेत में कुछ घास कटी हुई दिखाई दी एवं बाघ के बाल, विष्टा दिखाई दी जिस पर डॉग स्कावाड ने उस स्थान को सूंघा जहां पर बाघ को घसीटकर ले जाया गया था और खेत मालिक सीताराम से गाठित टीम ने पूछताछ की जहां उसने अपराध करना स्वीकार किया और बताया कि बाघ के विद्युत करंट से मृत होने के बाद उसने अपने दो छोटे भाईयो असाडू बेलवंशी एवं शोभेलाल बेलवंशी को साथ लेकर बाघ को छुपाने के लिये उसे घसीटकर पेंच नदी में ले जाकर फेंका। जिस पर टीम ने आरोपितो के कब्जे से वन्यप्राणी बाघ के शिकार में उपयोग किये जाने वाले जी.आई. तार अन्य हथियार जप्ती की कार्यवाही की और आरोपितो को गिरफ्तार कर मंगलवार को जिला न्यायालय छिंदवाडा के समक्ष पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
हिन्दुस्थान संवाद