M.P.: गोंड जनजाति के प्रति सार्वजनिक रूप से घृणा का भाव प्रस्तुत करने वाले सीरियल के निर्देशक, निर्माता और पात्रों पर कार्यवाही की मांग

सिवनी, 25 अक्टूबर। गोंड समाज महासभा मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बी.एस.परतेती ने सोमवार को मीत (मीत-बदलेगी दुनिया की रीत) जी टी. व्ही. सीरियल 2021 में गोंड जनजाति के प्रति सार्वजनिक रूप से घृणा भाव प्रस्तुत किये जाने की शिकायत प्रधानमंत्री भारत सरकार, , गृहमंत्री , और अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली (भारत) को करते हुए सीरियल के निर्देशक, निर्माता और पात्रों पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण ) अधिनियम 1989 के तहत कार्यवाही की मांग की है।


गोंड समाज महासभा मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ने हिन्दुस्थान संवाद को बताया कि सोमवार को दी गई शिकायत में उन्होनें कहा है कि शशी सुमीत प्रोडक्शन बैनर के अंडर निर्मित मीत (मीत बदलेगी दुनिया की रीत) नये टी व्ही. शो शाम 07.30 बजे से दिखाया जा रहा है साथ ही यह शो जी5 एप पर दिखाया गया है, जिसकी क्लिपिंग आपके संज्ञान हेतु इस ई-मैल के माध्यम से अटैच है। उक्त क्लिपिंग में गोंड जनजाति के प्रति सार्वजनिक रूप से घृणा का भाव प्रस्तुत किया गया है जो इस प्रकार है मैं नहीं चाहती कि इस घर की बहु गोंड, गंवार और जोकर बन के घुमे।
शिकायती पत्र में कहा गया है कि गौड समाज महासभा मध्यप्रदेश आपके संज्ञान में लाना चाहते है कि सम्पूर्ण भारत में सबसे बड़ी गोंड जनजाति की जनसंख्या 1.13 करोड़ (जनगणना वर्ष 2011 ) है और गोंड़ों की तुलना गंवार, जोकर आदि से किया जाना गोंड जाति के प्रति सार्वजनिक रूप से समाज में घृणा और अपमान की भावना रोपित करना है। इस घटना से भारत की संपूर्ण गोंड जनजाति अपमान महसूस कर रही है।.
सीरियल के निर्देशक, निर्माता और पात्रों पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण ) अधिनियम 1989 के उचित कार्यवाही की जाए ताकि भारत की गोंड जनजाति का सम्मान बना रहे।
हिन्दुस्थान संवाद

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