मंगलवार 21 सितम्बर एवं शुक्रवार 24 सितम्बर, 2021 को गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के लिए कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान
प्रदेश में अब 1500 के स्थान पर दस हजार टीकाकरण केंद्र
भोपाल, 20 सितम्बर।गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण प्रारंभ करने के संबंध में जारी निर्देश प्रथम चरण में कोविड टीकाकरण गर्भवती महिलाओं को समस्त शासकीय मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर किया जाना सुनिश्चित किया गया था। इसमें संशोधन कर अब उ 21 सितम्बर मंगलवार एवं 24 सितम्बर शुक्रवार को कोविड टीकाकरण महाअभियान के दौरान गर्भवती एवं धात्री महिलाओं, दोनों को कोविड टीकाकरण उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक दस हजार टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण किये जाने का निर्णय लिया गया है । इस संबंध में 20 सितम्बर, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी संबंधितों को अवगत कराया गया है ।
एम.डी. एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास ने जारी निर्देश में कहा है कि पूर्व में दिये गये निर्देशों का पालन करते हुए आशा/आशा सहयोगी/एएनएम/सीएचओ द्वारा कोविड टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए एचएमआईएस में पंजीकृत महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित करबाए। आरसीएच पोर्टल में जिन महिलाओं की डिलेवरी सितम्बर-2021 के पूर्व हुई है, उन्हें शिशुवती के रूप में एवं पोर्टल में जिन महिलाओं में एलएमपी जनवरी-2021 के पूर्व दर्ज किया गया है, उन्हें गर्भवती महिलाओं के रूप में कोविड-129 टीकाकरण अभियान के अंतर्गत टीकाकृत किया जाना है। गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं की आरसीएच पोर्टल आधारित नाम सूची सभी एएनएम को उपलब्ध करा दी गई है।
सूची को महिला एवं बाल विकास विभाग की गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं की सूची से सत्यापित किया जाये, जिससे कोविड टीकाकरण से कोई महिला वंचित न रह जाये। मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं समस्त उप स्वास्थ्य केन्द्र पर एएनएम/स्टॉफ नर्स/चिकित्सक द्वारा महिलाओं को समझाइश देकर टीकाकरण सुनिश्चित किया जाये।
कोविड टीकाकरण के लिये आने वाली गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जाँच भी सुनिश्चित की जाये। आवश्यकतानुसार गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को आयरन एवं कैल्शियम की गोली उपलब्ध कराई जाये। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं मे कोविड के Covaxin or Covishield दोनों टीके सुरक्षित हैं। दोनों में से कोई भी टीका लगाया जाना सुनिश्चित करें। यह भी सुनिश्चित किया जाना होगा कि पूर्व में जो वैक्सीन लगाई गई है, द्वितीय खुराक भी उसी वैक्सीन की लगाई जाना सुनिश्चित करें।
उप स्वास्थ्य केन्द्र, जो एचडब्ल्यूसी के रूप में चिन्हित है, उन संस्थाओं पर केन्द्र के अधीनस्थ ग्रामों से गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को सीएचओ द्वारा कोविड टीकाकरण के लिये आशा कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगी के माध्यम से मोबिलाईज कर लाया जाये। जिन उप स्वास्थ्य केन्द्र पर सीएचओ पदस्थ नहीं हैं, ऐसी संस्थाओं पर एएनएम द्वारा कोविड टीकाकरण किया जाये। ऐसी संस्थाओं में सुपरविजन के लिये सेक्टर अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई हैं। साथ ही संस्था पर एईएफआई किट उपलब्ध कराया गया है। टीकाकरण पश्चात गर्भवती महिलाओं को 30 मिनिट तक निगरानी के लिये रखा जाये। किसी भी गर्भवती एवं धात्री महिला में गंभीर जटिलता जैसे- सीवियर एनीमिया, सीवियर पीआईएच एवं अन्य वर्तमान गंभीर अवस्था में कोविड का टीका उप स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में न लगाते हुए स्वास्थ्य संस्था जहाँ स्त्री रोग विशेषज्ञ पदस्थ हैं, वहाँ रेफर करना सुनिश्चित करें।
कोविड टीकाकरण के पश्चात 20 दिनों तक निगरानी एवं त्वरित प्रबंधन किया जाना आवश्यक होगा। टीकाकरण उपरांत प्रत्येक गर्भवती एवं धात्री महिला को सुमन हेल्प डेस्क के टेलीकॉलर द्वारा 20 दिवस तक फॉलोअप सुनिश्चित किया जाये एवं चिकित्सकीय परामर्श के लिये महिला को 104/1075 नम्बर पर सम्पर्क करने के लिये जानकारी दी जाये।
महिला के एमसीपी कार्ड के प्रथम पृष्ठ पर कोविड टीकाकरण होने के पश्चात तिथि एवं डोज अंकित किया जाये।
कोविड टीकाकरण महाअभियान के अतिरिक्त दिनों में आने पर भी गर्भवती एवं धात्री महिलाओं का कोविड टीकाकरण सुनिश्चित किया जाये। रिपोर्ट रिटर्न सामान्य नागरिकों के टीकाकरण की कोविन पोर्टल अंतर्गत पूर्ववत जारी रहेगी। किन्तु गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं के टीकाकरण की जिला एवं राज्य स्तर पर रिपोर्ट संधारित करने के लिये प्रदाय की जा रही है, जिसे संभागीय समन्वयक समस्त डाटा मैनेजर को अवगत करायेंगे। गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं का टीकाकरण शासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। अत: कोविड-19 टीकाकरण के समस्त प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं अव्यवस्था न हो, जिसकी पूर्णरूपेण जिम्मेदारी ब्लॉक स्तर एवं ब्लॉक मेडिकल ऑफीसर एवं जिला स्तर पर मुख्यस चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की होगी। वेस्टेज फेक्टर न्यूनतम रखने की दृष्टि से समस्त वैक्सीनेटर को पुन: प्रशिक्षित करें तथा समस्त सुपरवाईजर एसएएसएप का इस्तेमाल कर प्रतिदिन सायंकालीन ब्लॉक मीटिंग में पाई गई कमियों के लिये सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करें। समस्त जिलों में कार्यरत कंट्रोल कमाण्ड रूम के माध्यम से हितग्राहियों को टीकाकरण स्थल समय एवं वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी अवश्य दें।
सभी निर्देशों का पालन करते हुए समस्त गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को 21 एवं 24 सितम्बर, 2021 को कोविड टीकाकरण महाअभियान के दौरान टीकाकरण करवाना सुनिश्चित किया जाये। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के कोविड टीकाकरण की जानकारी उप स्वास्थ्य केंद्र वार बीपीएम/बीसीएम के माध्यम से डीपीएम/डीसीएम को प्रेषित की जायेगी, जिसके उपरांत डीपीएम द्वारा सुमन हेल्प डेस्क के सुपरवाईजर के माध्यम से एकजाई कर राज्य स्तर पर प्रेषित की गई है।
हिन्दुस्थान संवाद
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