पाॅजीटिव होने के बाद भी आशाओं का भुगतान व उनकी समस्याओं का निराकरण रहा पहली प्राथमिकता

सिवनी, 10 जून। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के सी मेशराम ने बताया कि मंतोष नर्वेती वर्तमान मे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केवलारी जिला सिवनी मे बीसीएम के कार्यदायित्वों के साथ-साथ विगत लगभग 5 वर्ष से विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक के दायित्व की दोहरी जिम्मेदारी के साथ-साथ विकासखण्ड स्तर मे कोविड-19 के कार्यो का सफल संचालन करते आ रहे है।

मंतोष नर्वेती ने बताया की वे 191 आशा कार्यकर्ता 17 आशा सहयोगी एवं स्वास्थ्य कर्मियों से समन्वय बनाकर कार्य करते है वह हर माह 05 तारीख के पूर्व आशा एवं सहयोगी का भुगतान चिंता से कराते है उनका कहना है कि वे आशा एवं सहयोगी के दर्द को समझते है कि वे फील्ड मे कितनी मेहनत करती है हर कार्यक्रम का बखूबी क्रियान्वयन क्षेत्र मे करती है कोविड काल मे किल कोरोना-1,किल कोरोना-2 किल कोरोना-3 किल कोरोना-4 मे लगातार कार्य करते हुये अन्य स्वास्थ्य सुविधायें भी लोगो को प्रदान करते हुये खुद भी पॉजिटिव हो गई है इसलिये आशाओं का भुगतान उनकी समस्याओं का निराकरण करना उनकी पहली प्राथमिता रहती है।
नर्वेती अपनी दिनचर्या मे सुबह से सभी सभी कर्मचारी जिनकी ड्यूटी कोविड-19 मे लगी है से संपर्क करते है सैपलिंग टीम के क्षेत्र मे जाने से पहले वहां की आशा एवं सहयोगी को हितग्राही लाने हेतु निर्देशित करते है साथ ही सैंपल फार्म समय पर प्रिंट कराते हुये व्यवस्थित करते हुये जिला सिवनी रवाना करते है इसके अलावा विकासखण्ड के गांवो का भ्रमण कार्य किया जाकर कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते है, आशाओं के साथ गांव-गांव जाकर नवजात शिशु एवं माता के स्वास्थ्य की जानकारी लिया जाकर उचित परामर्श एवं सहयोग प्रदान करते है।
नर्वेती ने बताया कि लगातार फील्ड विजिट एवं कोविड कार्य मे संलग्न होने के कारण एक समय ऐसा भी आया जब दिनांक 25फरवरी 20 उन्हे तेज बुखार आया जब आरटीपीसीआर कराया गया तो वह कोविड पाॅजीटिव हो गये थे । पत्नि की ड्यूटी डोंगरगढ छत्तीसगढ मे है घर मे 03 वर्ष की बेटी जो कि पत्नि सहित कुछ दिनों के लिये छुटटी मे मेरे पास आई थी उसे छोडकर मे जिला सिवनी स्थिति कोविड केयर सेंटर मे भर्ती हो गया था,मेरी मजबूरी थी,मुझे कोरोना से जंग जीतना था, मेरी जिंदगी मे ये पहला मौका था जब मै लगभग 10 दिनों तक अस्पताल मे भर्ती रहा रहता था घर के अन्य सदस्य सकते मे आ गये थे। मै बच्चो एवं परिवार के लोगो से वीडियों कॉलिंग मे बात करते हुये उन्हे दिलासा देते रहता था, बुरा समय कट चुका था, दोहरी जबाबदारी होने के कारण मै 10 दिवस बाद अपने काम पर लौटा, शारीरिक रूप से बहुत कमजोर महसूस कर रहा था। लेकिन कर्मचारियों का हौसला ना टूटे इसलिये पूरे उत्साह से काम मे लग गया।
एक अन्य वाक्ये मे मंतोष नर्वेती ने बताया कि 25 फरवरी 21को जब वे सिवनी मे मीटिंग हेतु आ रहे थे तक रास्ते मे वाईक मे एक हिरण उनसे आकर टकरा गया जिससे वे गंभीर रूप से चोटिल हो गये थे तब 108 गाडी ने उन्हे केवलारी अस्पताल मे भर्ती कराया संकट के इस समय मे लगातार विभाग के मुखिया डाॅ0 के सी मेशराम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला सिवनी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक दिनेश चैहान, बीएमओ साहब डॉ. लाकरा सर, डीसीएम संदीप श्रीवास, डीईओ आदेश मालवीय सहित साथी स्टाफ मुझसे बात करके मेरा हौसला बढाते थे एवं मेरी हर संभव मदद इनके द्वारा की गई मै सौभाग्यशाली हॅू कि मुझे स्वास्थ्य विभाग मे इतने सहृदयी साथी एवं अधिकारी कर्मचारी मिले, सभी का शुक्रिया।

हिन्दुस्थान संवाद

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