Earthquake Seoni : जिलेवासियों ने महसूस किया रविवार की देर रात्रि 2.8 तीव्रता भूंकप के झटके
शुक्रवार को 2.9 शनिवार को 1.8 और रविवार को 2.8 तीव्रता का भूंकप हुआ दर्ज
सिवनी, 01 अक्टूबर। जिले में रविवार की देर रात्रि 9.20 और 49 सेंकेड पर (21ः20ः49) रियेक्टर स्केल पर 2.8 तीव्रता का भूंकप का झटका दर्ज किया गया है। जिसका एपीसेंअर 5 किलोमीटर गहराई में स्थित है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलाजी की वेबसाइट के अनुसार यह झटका का केन्द्र सिवनी जिले के ग्राम चंदौरीकला बताया गया है।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलाजी की वेबसाइट के अनुसार सिवनी जिले में शुक्रवार की शाम को 6 बजकर 46 मिनिट 53 सेंकड पर रियेक्टर स्केल पर 2.9 तीव्रता का भूंकप 18.46ः53 आईएसटी अक्षांश 22.05 देशांतर 79.59, परिणाम 2.9 गहराई 5 किमी एवं शनिवार की शाम को भूंकप उत्पत्ति समय 30 सितम्बर 17.58ः30 आईएसटी अक्षांश 22.09 देशांतर 79.69 , परिमाण 1.8 गहराई 5 किमी पर दर्ज हुआ है। इस भूकंप के झटके से जिलेवासियों में भय का माहौल था। हालाकि भूकंप से किसी भी तरह की जानमाल के नुकसान होने की सूचना नहीं है।
ज्ञात हो कि नगरीय क्षेत्र सहित जिला मुख्यालय से लगे ग्राम डूंडासिवनी, छिड़िया पलारी व आसपास के ग्रामों में भूकंप जैसे हल्के झटके आमजन द्वारा बीतें दो-तीन दिनों से महसूस किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष भी इस तरह के भूकंप व भूकंप जैसे तेज झटके आमजनों ने महसूस किए गए थे।
घरों से बाहर निकले लोग-
बीते दिन मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामों के आमजनों ने झटका महसूस किया और घर से बाहर निकलकर सडकों पर आ गये। कंपन के कारण लोगों की गहरी नींद भी टूट गई और वह घर के बाहर खडे होने को मजबूर हो गये। आमजनों के अनुसार बीते दो तीन दिनों से भूगर्भीय हलचल हो रही है। इनमें से सबसे तेज भूंकप को लोगों ने शुक्रवार को सुबह महसूस किए था।
सिवनी कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने रविवार की देर रात्रि जानकारी दी कि जिलें के विभिन्न क्षेत्रों में विगत 29 एवं 30 सितम्बर तथा 1 अक्टूबर को भूकम्प के हल्के झटके महसूस किये गये हैं। 29 सितम्बर को महसूस भूकम्प की तीव्रता रिक्टर पैमाने में 2.9 तथा 30 सितम्बर को महसूस भूकम्प की तीव्रता 1.8 दर्ज की गई हैं तथा 1अक्टूबर को रात्रि 9.20 को दर्ज भूकम्प की तीव्रता 2.8 दर्ज किया गया हैं। दर्ज किये गये कम तीव्रता वाले भूकम्पों से जान माल की हानि की संभावना नही हैं।
जिला प्रशासन भारतीय मौसम विज्ञान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के सतत संपर्क में हैं। जिला प्रशासन द्वारा पुलिस, होमगार्ड्स, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य एवं स्थानीय प्रशासन अधिकारी कर्मचारियों को समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए अलर्ट पर रहने हेतु निर्देशित किया गया है।