बाल संरक्षण अत्यंत ही संवेदनशील एवं विचारणीय विषय है-श्रीमति लक्ष्मी धुर्वे
सिवनी, 02 मार्च। बाल संरक्षण अत्यंत ही संवेदनशील एवं विचारणीय विषय है। बाल देखरेख संस्था से जुड़े अधिकारी बच्चों की मानसिकता से भलीभांति परिचित होते है, उन्हें बाल संरक्षण से जुड़े प्रावधान के बारे जानकारी होना अतिआवश्यक है। जिससे बच्चे जागरूक एएवं सुरक्षित रहे। उक्ताशय की बात मंगलवार को जिला मुख्यालय के स्मृति लॉन बारापत्थर सिवनी में समेकित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी सिवनी श्रीमती लक्ष्मी धुर्वे ने कही।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमति लक्ष्मी धुर्वे ने मंगलवार की शाम को जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग के निर्देशन में मंगलवार को समेकित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन स्मृति लॉन बारापत्थर सिवनी में किया गया।
बताया गया कि प्रशिक्षण शिविर में बाल संरक्षण अधिकारी विकास कुमार दुबे द्वारा पॉस्कों एक्ट लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (पास्कोंएक्ट) 2012 ,चाइल्ड हेल्पलाइन -1098, पुलिस हेल्पलाइन-100, महिला हेल्पलाइन- 181 की विस्तृत जानकारी दी गई एवं अमित कुमार ढकेता विधि सह परिवीक्षा अधिकारी जिला कार्यालय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किशोर न्याय अधिनियम 2015 पर जानकारी दी गई ।
कार्यक्रम में श्रीमति साधना पाठक सहायक संचालक, राजेश लिल्हारे सहायक संचालक, समस्त परियोजना अधिकारी, समस्त सेक्टर सुपरवाइजर, आदिम जाति कल्याण विकास विभाग के समस्त छात्रवास अधीक्षकगण , जिला शिक्षा केन्द्र के समस्त छात्रवास अधीक्षकगण , सुनील साहू परामर्शदाता, हितेश वालवड्डे, चैतराम उइके सामाजिक कार्यकर्ता, सहित लगभग 250 प्रतिभागी सम्मिलित रहे।
हिन्दुस्थान संवाद