अनुभूति कार्यक्रमः स्कूली छात्र-छात्राओं ने प्रकृति पथ पर चलकर जाना वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण का महत्व
सिवनी, 10 फरवरी। जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल के परिक्षेत्र सिवनी सामान्य द्वारा शनिवार को ग्राम लामाजोती स्थित वनक्षेत्र में वन, वन्य-प्राणी एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के समन्वय से आयोजित प्रशिक्षण-सह-जागरूकता शिविर व अनुभूति कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें सरस्वती ज्ञान मंदिर गंगा नगर के लगभग 120 विद्यार्थियो एवं 12 शिक्षकों ने प्रतिभागी बनकर भाग लिया। इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं ने प्रकृति पथ पर चलकर पेड़- पौधों, घाँस, औषधीय पौधों , जानवरों के पर्गमार्ग ,कीडे, मकडी , मकडी के जाले , चट्टाने, दीमक, नदी-नाले में जल का प्रवाह सहित प्राकृतिक चीजों को देखा और उनके बारे में जानकारी हासिल की।
अनुभूति संरक्षक एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी सिवनी सामान्य ब्रजेश पांडे ने बताया कि शनिवार को परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले अनुभूति कार्यक्रम केन्द्र लामाजोती में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सरस्वती ज्ञान मंदिर हाई स्कूल गंगा नगर के लगभग 120 छात्र-छात्राएं एवं 12 शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरूआत मॉ सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप जलाकर की गई। अनुभूति शिविर में सम्मिलित प्रत्येक छात्र-छात्राओं को अनुभूति बैग, कैप, पठनीय सामग्री, स्टीकर, पेन, ब्रोशर और बैच प्रदान किये गये। विद्यार्थियों को पक्षी-दर्शन, वन्य-प्राणी दर्शन, प्रकृति पथ भ्रमण एवं वन, वन्य-प्राणी एवं पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियों कराई गई तथा जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। प्रतिभागियों को छोटे समूहों में बांटकर पर्यावरण से सम्बंधित रोचक खेल खिलाये गये एवं प्रतिभागियों द्वारा बाघ, सिंह, तेंदुआ आदि वन्य-प्राणियों के बारे में पहचान की गई एवं उसके बारे में बताया गया तथा वन , वन्यप्राणी व पर्यावरण के संबंधित रोचक गतिविधिया, गेम्स, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं अन्य प्रतियोगिताए आयोजित की गई।
दक्षिण सामान्य वनमंडल के वनमंडलाधिकारी सुदेश महिवाल ने बताया कि वन हमारे लिए अनमोल धरोहर है वे न केवल वन्यजीवों के लिए आवास प्रदान करते है बल्कि हवा को शुद्ध करने, जलवायु को संतुलित बनाए रखने और पानी के संसाधनों को संरक्षित करने में भी मदद करते है हमे जंगलों को आग, अवैध कटाई और चराई से सुरक्षित रखने में योगदान देना होगा और अपने आसपास वृक्षारोपण कर हरियाली बढाने का संकल्प लेना होगा। वर्ष 2023-24 में आयोजित अनुभूति कार्यक्रम की थीम है मै भी बाघ इस थीम के माध्यम से हम यह सिखाना चाहते है कि प्रत्येक व्यक्ति के अंदर एक बाघ होता है जो पर्यावरण की रक्षा कर सकता है। हमे अपने अंदर के इस बाघ को जगाना होगा और वन्यजीवन और पर्यावरण की रक्षा के लिए कदम उठाने होगे।
सिवनी उत्पादन वनमंडल के उपवनमंडलधिकारी हेमराज वट ने स्कूली छात्र-छात्राओं को वानिकी गतिविधियों की जानकारी, वन, वन्यप्राणी व पर्यावरण के महत्व का रेखाकंन तथा मुख्य वन्य प्राणी के बारे में जानकारी एवं मृग एवं हिरण में अंतर, संकटापन्न पक्षी, तितलियां, जलीय पक्षी, स्थलीय पक्षी, पक्षी जगत व परिस्थितिकीय तंत्र एवं मानव जीवन में पक्षियों की भूमिका की सारगर्भित जानकारी दी कि और बताया कि इस पृथ्वी पर जीवन संचालन हेतु हवा, जल, एवं भोजन अति आवश्यक है। इस पृथ्वी का प्रत्येक जंतु प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इन तीनों जीवनोपयोगी आवश्यकताओं हेतु वनो पर निर्भर है इस परिस्थितिकी तंत्र में वन एक मुख्य घटक है जिसके द्वारा प्रदत्त सेवांए ही हमारे जीवन को संभव बनाती है।
अनुभूति’ प्रेरक’ श्रीमति अनुराधा ठाकुर एवं वनरक्षक रोहित शुक्ला ने स्कूली छात्र-छात्राओं को प्रकृति पथ पर पेड़- पौधों, घाँस, औषधीय पौधों की पहचान करवाई और उनके महत्व की सारगार्भित जानकारी दी वहीं वनों के महत्व, पर्यावरण, खाद्य श्रृंखला, दीमक की बामी, तेंदू पत्ता संग्रहण , महुआ के उपयोग, नदी-नाले में जल का प्रवाह व भू-जल संरक्षण की सारगार्भित जानकारी दी।
चित्रकला प्रतियोगिता में काजल जंघेला प्रथम , लव्या बालेश्वर द्वितीय , गीताजंली तृतीय स्थान पर आये जिन्हें पुरूस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मैं भी बाघ थीम डांस प्रतियोगिता में शामिल विद्यार्थियों को पुरूस्कार और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है। इसी प्रकार क्विज प्रतियोगिता में हर्ष बंदेवार, देवप्रताप सिंह, अंशमाना ठाकुर गणेश सनोडिया , सौम्य दुबे, उमंग परते, नैतिक रजक, दानीती रजक तथा जडी बूटी पहचान प्रतियोगिता में गणेश सनोडिया , आशुतोष बघेल, खुशी रजक, हसराज बघेल, प्रहलाद सनोडिया, सिया विश्वकर्मा, खुशी बघेल, प्राची बघेल, रूद ठाकुर ,रोहित सनोडिया एवं पूर्वी एंड गु्रप पहाडन डांस पर,रूचि एवं गुप्र , रामायण गु्रप , सृजल गु्रप को पुरूस्कार एवं सृष्टि विश्वकर्मा एवं तृष्णा को उत्कृष्ट पुरूस्कार से सम्मानित किया गया।
अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता हुये छात्र-छात्राओं को अतिथियों द्वारा पुरूस्कार दिया गया और बच्चों को अतिथियों द्वारा उद्बोधन कर आशीर्वाद स्वरूप उत्साहवर्धन किया गया तथा स्कूली छात्र-छात्राओं सहित उपस्थित जनों ने वन्यप्राणी संरक्षण एवं वनों की रक्षा करने की शपथ ली।
इस दौरान अतिथिद्वयों में धनश्याम सनोडिया, परसराम सनोडिया, चेतराम सनोडिया, दक्षिण सामान्य वनमंडल के वनमंडलधिकारी सुदेश महिवाल, सिवनी उत्पादन वन मंडल के उपवनमंडलधिकारी हेमराज वट, तथा सरस्वती ज्ञान मंदिर के प्राचार्य जगदीश सिंह, शिक्षक मोहन सनोडिया, रोहन सनोडिया, शैलेन्द्र ठाकुर, शिक्षिकाएं भावना साहू, विद्या गापुले, श्रुति सनोडिया, आंकाक्षा सिंह , प्रियंका सनोडिया ,कांति डहेरिया, नेहा यादव , अनुभूति संरक्षक एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी सिवनी सामान्य ब्रजेश पांडे, वन परिक्षेत्र अधिकारी बरघाट पीयूष गौतम, उपवनक्षेत्रपाल हरवेन्द्र बघेल, दसोद लाल कुडेपा, डीलन सिंह उइके , राजेन्द्र बोपचे, प्रदीप कुमार प्रंदाम , विजेन्द्र चौधरी, शिवलाल काकोडिया, रोहित शर्मा ,अनुभूति प्रेरक श्रीमति अनुराधा ठाकुर सहित वन कर्मचारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
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