श्रावण मास कार्य सिद्धि प्रयोग (भाग 1)

सामग्रीः शालिग्राम शिवलिंग
साधक को चाहिए कि वह पश्चिम की तरफ मुंह करके बैठे और सामने शालिग्राम शिवलिंग को स्थापित कर ले इसके बाद उसके सामने निम्न मंत्र की 11 मालाएं जपे यह प्रयोग श्रावण महीने में प्रथम मंगलवार से प्रारंभ किया जाता है और 11 दिन का होता है।

प्रयोग करते समय घी का दीपक, अगरबत्ती जलती रहनी चाहिए साधक को साधना काल में एक समय भोजन करना चाहिए और पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए इस प्रकार नित्य 11 मालाएं जपें माला और आसन किसी भी प्रकार के हो सकते हैं। साधना के समय मुंह उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। निम्न मंत्र का जाप करें।ॐ नमो वीरायात्यंतबलपरामाय आगच्छ बलि गृहाण गृहाण कार्य साधय कार्य साधय हुं फट।यदि अनुभूत प्रयोग है। इससे कुछ ही दिनों में साधक की अवश्य ही पूर्ण होने की सम्भावना बनने लगती है।
श्री अवनीश सोनी
ज्योतिष एवम वास्तु शास्त्री
जिला सिवनी (म.प्र.) मो. 7869955008