मंदिर में प्रतिमा की प्रतिष्ठा के बाद अच्छे परिणाम भी मिलेंगे-डॉली
आर्केटिक ने भी सूर्य मंदिर से विकास की संभावना व्यक्त की
सिवनी, 24 फरवरी। सदियों से जहां प्रथम देव के रूप में भगवान गणेश की आराधना करने की परंपरा है, वहीं दूसरी ओर प्रातः स्मरणीय भगवान सूर्य देव की बरद छाया में लोगों के संकट दूर होते है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शनि मंदिर ट्रस्ट द्वारा बरघाट रोड स्थित प्राचीन सूर्य मंदिर का कायाकल्प किया जा रहा है। और अप्रैल माह में इस मंदिर में भगवान सूर्यदेव की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। हाल ही में सोमलवार, निकलश महिला महाविद्यालय से इंटिरियल डिजाईन एवं वास्तु शास्त्र में अध्ययन करने के उपरांत लोगों को मार्गदर्शन देने का काम कु.डॉली टांक द्वारा किया जा रहा है।
हाल ही में सूर्य मंदिर पहुंची कु.डॉली ने बताया कि इस मंदिर के निर्माण के पश्चात यहां पर प्राचीन वास्तु एवं इंटिरियल डिजाईन के माध्यम से इस मंदिर को सुंदरता प्रदान की जायेगी। साथ ही भगवान के अभिषेक पूजन का जल निकालकर उसे यहां पर रोपित किये गये पौधों तक पहुंचाया जायेगा। जिससे पानी का अपवय नही होगा।
इस मंदिर के प्रमुख सेवादार संतोष अग्रवाल ने बताया कि मंदिर से लगे हुए परिसर में वृक्षारोपण किया गया था। और सारे पौधे बड़े हो चुके है। यहां पर चैकर्स टाईल्स एवं गार्डन का विकास किया जा रहा है। जिससे बुजुर्ग लोग सुबह-शाम यहां पर आकर धार्मिक क्रिया से जुड़ सकें। कमल अग्रवाल ने बताया कि मंदिर को आधुनिक एवं प्राचीन शैली का समावेश करते हुए नियमों के अनुसार विकास कार्य को गति दी जा रही है। जिससे आने वाले समय में इस मंदिर को दूर-दूर से लोग देखने आ सके। भाजपा नेता नरेन्द्र टांक ने कहा कि विधायक दिनेश राय ने इस मंदिर को लेकर ना केवल तन,मन,धन से सहयोग दिया है, बल्कि प्राचीन धरोहर के जीर्णोद्धार का कार्य किया है। वह प्रशंसनीय है। रवि नामदेव ने कहा कि प्रतिमा स्थापना के साथ-साथ आसपास वरगणाऐं निकाली जा रही है। जिसमें धातु का उपयोग किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि एक प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार कराना और हजारों नये मंदिर का निर्माण करने में एक सा पुण्य मिलता है। लोगों को ऐसे मंदिरों के जीर्णोद्धार में मुक्त हाथों से दान करते हुए इसे गरीमा प्रदान करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर भाजपा नेता सुरेश भांगरे, प्रहलाद पटेल,विऋल पटेल,वाहीद कुरैशी, कपिल पांडे,मुनिया टांक,संजय जैन सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान संवाद