प्रकृति ने मचाया कोहराम बरसे ओले, फसल हुई चौपट
सिवनी, 16 फरवरी। जिले में मंगलवार की दोपहर जब क्षेत्र की जनता विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना में लीन थी। इस दौरान मौसम ने अचानक करवट बदलते हुए प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए तेज आंधी तूफान और हवा के साथ भारी ओलावृष्टि प्रांरभ जिससे किसानों की फसले चौपट हो गई।
केवलारी एसडीएम अमित बम्हरोलिया ने जानकारी दी कि पलारी क्षेत्र के लगभग 8 ग्रामों में ओलावृष्टि हुई है जिस पर राजस्व अमले द्वारा तत्काल पहुंचकर प्रांरभिक सर्वे किया गया है। वहीं अन्य ग्रामों में तेज हवा पानी के कारण फसले बैठ गई है। बुधवार सुबह राजस्व अमला जाकर सर्वे करेगा जिसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जायेगी। बताया कि ओलावृष्टि से कोई भी जनहानि,पशुहानि होने की सूचना अभी तक प्राप्त नही हुई है।
केवलारी क्षेत्र के ग्रामवासियों ने बताया कि संजय सरोवर परियोजना के अंतर्गत साथ ही मिनी पंजाब के ओहदे से नवाजे जाने वाले भीमगढ़ एवं पलारी क्षेत्र में 70 से 80 गांव में लगभग 60 से 70 प्रतिशत नुकसान हो गया है। घरों के खपडे क्षतिग्रस्त और फसलें चौपट हो गई हैं और चरने गए हुए पशु अदमरे हो गये है।
क्षेत्रवासियों ने प्रदेश के मुखिया से भीषण ओलावृष्टि वालें की वीडियोग्राफी करवाने व राहत राशि शीघ्र दिलाने की मांग की है और कहा है कि वर्ष 2018 में हुई फसल की तबाही का मुआवजा अभी तक किसानों को नहीं मिला है। पूर्व में खरीफ फसल भी अतिवृष्टि से तबाह हो चुकी है ऐसी स्थिति में कृषकों को दाम भी लागत मूल्य से बहुत कम मिले हैं मक्का की फसल को लेकर किसान कर्ज के बोझ में दबा हुआ है ऐसी स्थिति को भांपते हुए सरकार को चाहिए कि संबंधित जिला प्रशासन और जिला के आला अधिकारियों को तुरंत ही कार्यवाही हेतु आदेशित करें वरना लगातार प्रकृति की मार झेल रहा किसान अब टूट जाएगा।
जिले में मंगलवार की शाम को हुई ओलावृृष्टि प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों ने राजस्व अमले को आवश्यक निर्देश दिये।
हिन्दुस्थान संवाद