DUSU अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के दफ्तरों में तोड़फोड़, ABVP और NSUI में छिड़ी जुबानी जंग
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) अध्यक्ष तुषार डेढ़ा और डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया के कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। दोनों ने रविवार तड़के 3 बजे अपने कार्यालय में तोड़फोड़ की बात कही है। साथ ही इस मामले में स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दी गई है। एबीवीपी ने आरोप लगाया है कि अभि दहिया के दफ्तर से बीयर के केन मिले हैं। बता दें कि, डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा एबीवीपी के सदस्य हैं, जबकि अभि दहिया एनएसयूआई के कार्यकर्ता हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव की प्रकिया अगस्त से शुरू होते हुए सितंबर में परिणाम की घोषणा के बाद खत्म हो जाती है। बीते वर्ष इसी प्रकिया के तहत चुनाव हुए थे। अब डीयू में चुनाव से पहले छात्र संगठन एक दूसरे पर जुबानी हमले तेज कर दिए हैं। साथ ही एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप भी लगाए जा रहे हैं।
एबीवीपी ने लगाए एनएसयूआई पर डूसू कार्यालय में तोड़फोड़ के आरोप
एबीवीपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ दफ्तर पर कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई से डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया और संगठन के अन्य सदस्यों यश नांदल, रौनक खत्री, सिद्धार्थ शेयोरन के साथ लगभग 40 एनएसयूआई सदस्यों ने रविवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच हमला करके डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा का कार्यालय, विजिटर रूम, डूसू सचिव अपराजिता और डूसू सह-सचिव सचिन बैसला का कार्यालय तोड़ दिया। इस दौरान डूसू अध्यक्ष के कार्यालय में रखी प्रभु श्रीराम की मूर्ति भी इस हमले में टूट गई। डूसू कार्यालय के विजिटर रूम में छात्रों के ठंडे पानी के लिए रखा गया वाटर डिस्पेंसर तथा प्रिंटर आदि भी तोड़ दिया गया।
एबीवीपी दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस पूरे मामले में डीयू कुलपति और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मिलेगी। हम मांग करते हैं कि इस मामले में शामिल डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया व अन्य को पुलिस तुरंत गिरफ्तार करे। साथ ही डीयू प्रशासन डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया को तुरंत डूसू उपाध्यक्ष पद से हटाए।
एबीवीपी के आरोप निराधार : अभि दहिया
इस मामले में अभि दहिया ने एबीवीपी के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने आरोप लागते हुए कहा कि बीयर के केन मिलने को लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं। एबीवीपी की सरकार है, मेरे कार्यालय को जबरन खोलकर वहां पर केन रखवा दिए, जबकि वहां न मैं और ना ही कोई एनएसयूआई सदस्य मौजूद था। इस मामले में स्थानीय पुलिस स्टेशन में अधिकारी से बात की है। मैं शिकायत दर्ज करा रहा हूं। मेरे कार्यालय में तोड़फोड़ हुई है। मैंने डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा की 12वीं क्लास की फर्जी मार्कशीट के बारे में खुलासा किया था। इसके बाद से मुझ पर किसी न किसी कारण निशाना साधते हुए बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। मैं फर्जी मार्कशीट मामले में कोर्ट भी जाऊंगा।