राम मंदिर में पैसे या टाइम स्लॉट देकर दर्शन की व्यवस्था नहीं, ट्रस्ट महासचिव चंपत राय का बड़ा बयान

अयोध्‍या । श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से हर कोई अपने आराध्य के दर्शन करना चाहता है। ऐसे में कुछ ऐसे लोग सक्रिय हो गए हैं जो पैसे लेकर लोगों को दर्शन कराने का झांसा दे रहे हैं।

पैसे लेकर या टाइम स्लॉट देकर दर्शन की व्यवस्था नहीं

ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं जिसके बाद मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक वीडियो जारी कर साफ किया है कि राम मंदिर में पैसे लेकर या टाइम स्लॉट देकर दर्शन की व्यवस्था नहीं है।

चंपत राय ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि श्री रामजन्मभूमि मंदिर में पैसा लेकर या टाइम स्लॉट देकर दर्शन की व्यवस्था नहीं है, लेकिन कुछ दुर्घटनाएं सामने आई हैं, जिसकी जांच पुलिस करेगी।

 

इस वीडियो में चंपत राय ने कहा कि ऐसे मामलों से ट्रस्ट का कोई संबंध नहीं है। साथ ही, उन्होंने कहा कि जो भक्त लाइन में लगकर सहजता से श्री रामलला के दर्शन करते हैं, उन्हें अच्छे दर्शन होते हैं।

मंदिर में दर्शन को लेकर गाइडलाइन्स

कुछ वक्त पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के आधिकारिक X हैंडल पर राम मंदिर में दर्शन को लेकर कुछ गाइडलाइंस भी जारी की गई हैं। नीचे पढ़ें गाइडलाइंस।

श्रद्धालु राम मंदिर में सुबह साढ़े छह बजे से साढ़े नौ बजे तक दर्शन के लिए जा सकते हैं।

वहीं, राम मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को मोबाइल फोन, चप्पलें, वॉलेट लेकर जाने की इजाजत नहीं होगी।

राम मंदिर में श्रद्धालुओं को फूल, मालाएं या प्रसाद ले जाने की इजाजत नहीं है।

राम मंदिर में मंगला आरती शाम 04 बजे होती है, श्रृगार आरती शाम सवा छह बजे होती है। वहीं, शयन आरती रात 10 बजे होती है। अगर आप शयन आरती में शामिल होना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एंट्री पास बनवाना पड़ेगा।

एंट्री पास बनवाने के लिए श्रद्धालु को नाम, उम्र, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और शहर की जानकारी देनी होगी।

श्रद्धालु श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की आधिकारिक साइट से भी एंट्री पास बनवा सकते हैं। बता दें, एंट्री पास के लिए किसी भी तरह की फीस नहीं देनी है।

मंदिर में दर्शन के लिए किसी के लिए कोई भी खास स्पेशल व्यवस्था नहीं है। अगर कोई आपसे पैसे लेकर स्पेशल दर्शन की बात कहता है तो वो स्कैम है।

बता दें, मंदिर में बूढ़े और दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था है। व्हीलचेयर के लिए किसी भी तरह की फीस नहीं है, लेकिन व्हीलचेयर पर बैठे व्यक्ति को ले जाने वाले युवा स्वयंसेवकों को एक मामूली शुल्क देना होगा।

बता दें, 22 मार्च को खबर सामने आई थी कि कुछ लोगों ने मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के जानने वाले एक एनआरआई से 2000 रुपये लेकर दर्शन करने की बात कही। इसके बाद, चंपत राय ने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है कि सुगम दर्शन और वीआईपी दर्शन से अपने को बचाएं। उन्होंने आगे बताया कि वीआईपी दर्शन के नाम पर अयोध्या में अनेक लोगों ने कुछ गैर कानूनी काम करने शुरू कर दिए हैं। मेरे सामने एक विदेशी नागरिक, जो भगवान की कृपा से मेरा पुराना परिचित था, वो आकर खड़ा हो गया और बताया कि 2000 रुपये देकर दर्शन करके आया हूं।

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