कुवैत बिल्डिंग में आग लगने से 40 से ज़्यादा भारतीयों की मौत, 12 केरल के थे
नई दिल्ली । कुवैत में बुधवार को विदेशी कर्मचारियों के आवास वाली इमारत में लगी आग में 40 से ज़्यादा भारतीय, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार 42 मारे गए हैं । गुरुवार को आग की घटना से प्रभावित भारतीयों की सहायता सुनिश्चित करने और स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत जा रहे हैं। इसके पहले घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार रात विदेश मंत्रालय और अन्य संबंधित मंत्रियों की टीम के साथ उच्च प्राथमिकता वाली बैठक में इस घटना पर चर्चा की थी।
आग में मारे गए लोगों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए कुवैत रवाना होने से पहले, कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि कुछ शव इतने जल गए हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल है। बाकी स्थिति तब स्पष्ट होगी जब हम वहां पहुंचेंगे। कुवैत के लिए उड़ान भरने से पहले दिल्ली हवाई अड्डे पर राज्य मंत्री ने कहा, हमने बुधवार शाम प्रधानमंत्री के साथ बैठक की, इस बहुत दुखद त्रासदी के बारे में हमारे पास अंतिम अपडेट है। बाकी स्थिति तब स्पष्ट होगी जब हम वहां पहुंचेंगे।
उन्होंने बताया कि जले हुए पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण चल रहा है। राज्य मंत्री ने बताया कि वायुसेना का एक विमान स्टैंडबाय पर है और शवों की पहचान हो जाने और परिवारों को सूचित किए जाने के बाद उन्हें वापस ले आएगा। उन्होंने कहा कि पिछली रात के नवीनतम हताहतों के आंकड़े लगभग 48-49 मौतों का संकेत देते हैं, जिनमें से 42 या 43 भारतीयों के होने का अनुमान है।
इधर, केरल सरकार ने गुरुवार को कहा कि कुवैत के मंगफ इलाके में लगी आग में मरने वालों में राज्य के 12 लोगों की पहचान हो चुकी है। कैबिनेट ने फैसला किया है कि स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज और एक आईएएस अधिकारी तुरंत कुवैत जाएंगे। गुरुवार सुबह हुई आपातकालीन कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने की। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपए और घायलों को एक लाख रुपए देने की भी घोषणा की है।
मृतकों में से दो लोग ल्यूकोस (48) और साजन जॉर्ज (29) हैं, जो कोल्लम शहर के रहने वाले हैं। ल्यूकोस 18 साल से कुवैत में एनबीटीसी कंपनी में सुपरवाइजर के तौर पर काम कर रहे थे। जबकि जॉर्ज एक महीने पहले ही नौकरी मिलने के बाद कुवैत चले गए थे और जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे। इससे पहले केरल के कोल्लम जिले के सोरानाड गांव के रहने वाले 30 वर्षीय शमीर की पहचान मृतकों में हुई थी।
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