चक्रवात मिचौंग हुआ कमजोर, 18 लोगों की गई जान, तबाही के निशान छोड़ गया पीछे

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चेन्नई । बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात मिचौंग अब कमजोर पड़ गया है। लेकिन चक्रवात अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ चुका है। हालांकि अभी भी इसके असर से भारत के दक्षिणी तटीय राज्यों में बारिश आज यानी कि सात दिसंबर तक जारी रह सकती है। चक्रवात के असर से लगातार हुई भारी बारिश और अन्य कारणों से चेन्नई में 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तिरुपति में एक बच्चे की जान चली गई। कुल मिलाकर अब तक इसके कारण से 18 जानें जा चुकी है। तूफान मंगलवार को बापटला के करीब आंध्र प्रदेश तट को पार करते हुए अपने पीछे भारी नुकसान के निशान छोड़ गया है।

मौसम विभाग (Indian Meteorological Department – IMD) के मुताबिक, चक्रवात मिचौंग मध्य तटीय आंध्र प्रदेश के तट पर टकराने के बाद कमजोर पड़ गया। तूफान के गुजरने के बाद 770 किमी तक सड़कों को काफी नुकसान हुआ। करीब 35 पेड़ गिर गए। वहीं कई पशुओं के मौत की भी खबर सामने आई है। अब ओडिशा और पूर्वी तेलंगाना के दक्षिणी जिले अलर्ट पर हैं। मिचौंग के चलते मंगलवार को ओडिशा के दक्षिणी जिलों में भी बारिश हुई।

मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister’s Office -CMO) से मिली जानकारी के मुताबिक, 194 गांवों पर मिचौंग तूफान से प्रभवित हुए हैं। वहीं दो शहरों की करीब 40 लाख लोग भी प्रभावित हुए हैं। राज्य के 25 गांवों को बाढ़ का सामना करना पड़ा है। फिलहाल राहत की बात यह है कि चेन्नई में बारिश कम हो गई है। शहर के कई हिस्सों में बचाव कार्य जारी है। एयरपोर्ट पर कामकाज शुरू हो गया है। फ्लाइट्स की आवाजही भी शुरू हो गई है। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के चेतक हेलीकॉप्टरों को चेन्नई में बाढ़ राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है। राहत और बचाव कार्य के लिए आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और पुडुचेरी में एनडीआरएफ की कुल 29 टीमें तैनात की गई हैं। तमिलनाडु के चेन्नई और आसपास के इलाकों में सोमवार को आए मिचौंग के कारण अब तक 17 लोगों की मौत की खबर सामने आई है।

तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने चेन्नई राहत शिविरों का दौरा किया। उन्होंने मिचौंग चक्रवात से प्रभावित लोगों से मुलाकात की और लोगों को आवश्यक राहत सामग्री (essential relief items) बांटी। उन्होंने कहा कि भीषण बारिश से लोगों के घरों को काफी नुकसान हुआ है। इससे तत्काल मरम्मत की जरूरत है। उन्होंने आगे बताया कि राज्य सरकार लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार से 5,000 करोड़ रुपये आवंटन की मांग करेगी। इसके लिए DMK के सांसद इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।

भारी बारिश के बाद चेन्नई में बड़े पैमाने पर जलभराव के चलते बिजली कटौती की गई थी। अब सरकार का अब दावा है कि 80 फीसदी बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। 70 फीसदी मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी भी शुरू हो गई है। तूफान के चलते मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं कर रहे थे। राज्य के मुख्य सचिव शिव दास मीणा ने कहा कि चेन्नई में बुधवार को भी स्कूल और कालेज बंद रहेंगे।