M.P.: वन्यप्राणी पेंगोलिन के अवैध व्यापार में लिप्त पुलिस कांस्टेबल एवं लैब टेकनिशियन सहित 07 आरोपित गिरफ्तार

भोपाल, 14 मार्च। विश्व में सर्वाधिक तस्करी किये जाने वाले वन्यप्राणी पेंगोलिन का अवैध शिकार एवं उसके अवयवों की तस्करी करने वाले संगाठित गिरोह का भंडाफोड करने में स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ,मध्यप्रदेश की क्षेत्रीय इकाई, जबलपुर को सफलता मिली है। टीम ने वन्यप्राणी पेंगोलिन के अवैध व्यापार में लिप्त पुलिस कांस्टेबल एवं लैब टेकनिशियन सहित 07 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।


उप वन संरक्षक (वन्यप्राणी) कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) मध्यप्रदेश भोपाल ने मंगलवार को बताया कि टाइगर स्ट्राइक फोर्स जबलपुर ने गुप्त सूचना के आधार पर तहसील ढीमरखेडा, जिला कटनी से वन्यप्राणी का अवैध शिकार कर उसके अवयवों की तस्करी करने वाले संगाठित गिरोह के 07 आरोपितों को गिरफ्तार कर प्रकरण पंजीबद्ध किया है। जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल एवं लैब टेकनिशियन भी शामिल है।
आगे बताया कि आरोपितों के कब्जे से कब्जे जीवित वन्यप्राणी पेंगोलिन, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, मोटरसाईकिल, ड्रम आदि सामग्री जप्त गयी है। पेंगोलिन वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 अनुसूची-1 का वन्यप्राणी है जिसका शिकार एवं उसके अवयवों का व्यापार वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं में प्रतिबंधित है। इस हेतु न्यूनतम 03 वर्ष एवं अधिकतम 07 वर्ष तक की कठोर कारावास एवं जुर्माना के दंड का प्रावधान है।
अमले द्वारा योजनाबद्ध तरीके से घेराबंदी कर संलिप्त आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपितों को विशेष न्यायालय जबलपुर के समक्ष प्रस्तुत जायेगा। प्रथम दृष्ट्या इसमें संगठित गिरोह के शामिल होने के प्रमाण मिले है। अग्रिम विवेचना जारी है।
टाइगर स्ट्राइक फोर्स जबलपुर की इस कार्यवाही की प्रधान मुख्य संरक्षक (वन्यप्राणी) म.प्र. द्वारा प्रशंसा की गई है।
हिन्दुस्थान संवाद

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