केवलारी विधायक ने आयुष मंत्री व मुख्यमंत्री के समक्ष रखा सुझाव

सिवनी, 13 अप्रैल। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हमें जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इस महामारी के प्राथमिक उपचार की दवाइयों के किट घर-घर पहुंचाने की व्यवस्था करनी होगी। जिला चिकित्सालय द्वारा बुखार, खांसी इत्यादि के लिए जो दवाइयों के किट जिनमें अजिथ्रोमाईसिन, पेरासिटामाल, विटामिन, जिंक इत्यादि शामिल है इस तरह के किट ग्रामीण क्षेत्रों में हमारी आंगनवाड़ी,ई एन एम एवं अन्य शासकीय ईकाइयों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित किया जा सकता है। इससे ना सिर्फ कोरोना के प्राथमिक लक्षणों के दौरान ही इस पर नियंत्रण संभव होगा बल्कि अनेक लोगों के जीवन की रक्षा भी हो सकेगी।
उक्त आशय का सुझाव केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह ने मंगलवार को प्रदेश के आयुष मंत्री राम किशोर नानू कावरे के समक्ष कोरोना के संबंधित विभागीय बैठक के दौरान रखा।
श्री पाल ने कहा कि ग्राम वासी कोरोना टेस्ट के लिए जिला चिकित्सालय आ नहीं पा रहे हैं समय पर उपचार न मिलने से प्राथमिक लक्षण ही कोरोना पाजिटिव में बदल रहे हैं जिससे उन्हें विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है जो उनके जीवन को जोखिम में डाल रहा है।
विधायक पाल ने कहा कि, हमें हर हाल में कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए लोगों तक कम से कम प्राथमिक उपयोगी दवाइयों के किट पहुंचाना ही होगा । जिला चिकित्सालय में कोरोना के प्राथमिक उपचार हेतु दवाइयों के जो किट खांसी बुखार के लक्षणों पर उपचार के लिए बांटे जा रहे हैं उनमें यदि चिकित्सक और भी कोई दवाइयां शामिल करके किट बनवा बनवा दें तो हमारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एएनएम सहित अन्य शासकीय स्वयं सेवक इसे ग्रामीण क्षेत्रों में वितरित कर सकते हैं।
विधायक पाल के उक्त सुझाव को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के आयुष मंत्री कावरे द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के समक्ष रखा गया। मुख्यमंत्री ने राकेश पाल के इस सुझाव की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उपयोगी एवं सकारात्मक सुझाव है और सिवनी जिले ही नहीं हम इसे पूरे प्रदेश में ही लागू लागू करेंगे।
हिन्दुस्थान संवाद

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