मांगे पूरी ना होने पर बुधवार से परिवहन कार्यालय के अधिकारी,कर्मचारी रहेगें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
भोपाल,06 अप्रैल। मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के संयुक्त संगठनों द्वारा मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि अपनी मांगे पूरी ना होने के चलते कल दिनांक 7 अप्रैल से परिवहन कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे, परिवहन विभाग के विभिन्न संयुक्त संगठनों का कहना है कि कई वर्षों से एवं कई दशकों से लगातार अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन परिवहन आयुक्त एवं शासन स्तर पर दिए गए। अपनी जायज मांगों को पूर्ण करने के लिए शांतिपूर्वक एवं सहनशीलता से निरंतर प्रयासरत रहने के बावजूद अनेक आश्वासन इन्हें दिए गए। लेकिन इनकी एक भी मांग शासन स्तर पर नहीं मानी गई।
परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के परिवहन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के संयुक्त संगठनों ने सरकार को इस ओर अवगत भी कराया कि कोरोना काल में भी विषम परिस्थितियां होते हुए भी वित्तीय वर्ष की लक्ष्य की पूर्ति की है। लेकिन परिवहन विभाग के अधिनियम एवं नियमों को दरकिनार करते हुए विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जाते रहे। वही शासन के एक पत्र का हवाला देते हुए परिवहन विभाग के इन संयुक्त संगठनों ने मांग की है कि अपराधों की जांच के बिना किसी भी लोक सेवक पर प्रकरण दर्ज नहीं किया जा सकता, एवं परिवहन अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले कार्य अर्ध न्यायिक प्रवृत्ति के होते हैं। न्यायिक संरक्षण अधिनियम 1985 के तहत संरक्षण प्रदान करने की मांग की गई थी, उस पर भी कोई विचार नहीं किया गया है। संगठन ने वर्तमान मामलों की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में जिला परिवहन अधिकारी टीकमगढ़, रायसेन एवं सेवानिवृत्त उप परिवहन आयुक्त के खिलाफ अधिनियम एवं शासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसका संगठन पुरजोर विरोध करते हैं। और यही हड़ताल का तात्कालिक कारण है।
इसके अलावा संगठन ने अन्य मांगों में परिवहन कार्यालय में स्टाफ की कमी भी बताया है जिसके कारण कार्य की अधिकता होने के चलते अधिकारियों एवं कर्मचारी पर मानसिक दबाव रहता है। साथ ही प्रवर्तन अमला मुख्यालय में अटैच किया जाता है जबकि वहां पर इनकी किसी प्रकार की कोई पद संख्या नहीं है। संगठन ने इस बात का भी विरोध किया कि जब भी कोई यात्री वाहन दुर्घटना होती है तो बिना जांच के जिला परिवहन अधिकारी को निलंबित कर दिया जाता है। विभाग में आरक्षक से लेकर संभागीय परिवहन आयुक्त के पदों में अन्य विभागों की तुलना में वेतन विसंगतियों को लेकर भी संगठन ने नाराजगी जताई। संगठन ने यह भी बताया कि कार्यालय में स्टाफ द्वारा वर्दी की मांग की गई जो आश्वासन देकर ही समाप्त कर दी गई और ना ही कार्यालयींन कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की परिवहन उपनिरीक्षक की भर्ती की परीक्षा आयोजित की गई जिसके कारण पदोन्नत होकर भी उपनिरीक्षक नहीं बन पाए।
परिवहन विभाग के अधिकारियों का वेतन मान राजस्व पुलिस विभाग एवं अन्य विभागों के तुलना में काफी कम है, परिवहन विभाग के अधिकारियों का वेतनमान प्रदेश के परिवहन विभाग के अधिकारियों के तुलनात्मक कम है। इन सभी कारणों के चलते कल दिनांक 7 अप्रैल 2021 से अधिकारी एवं कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है। कार्यालय मैं कार्य बंद रहेगा जनता एवं आवेदकों को कार्यालय आकर वापस जाने में असुविधा होगी।
हिन्दुस्थान संवाद