पत्नी, छोटे भाई और भतीजे के बाद घर के मुखिया की भी मौत,पोहरी हत्याकांड
एमपी के शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा में हमले में घायल भदोरिया परिवार के मुखिया मुन्नालाल भदोरिया की भी मौत हो गई है। घटना के सात दिन बाद उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वे कई दिनों से वेंटीलेटर पर थे। पोहरी में फर्जी मतदान को लेकर हमले में परिवार के तीन लोगों की पहले ही मौत हो गई थी।
भदोरिया परिवार के मुखिया मुन्नालाल भदोरिया की भी मौत
एमपी के शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा में हमले में घायल भदोरिया परिवार के मुखिया मुन्नालाल भदोरिया की भी मौत हो गई है। घटना के सात दिन बाद उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वे कई दिनों से वेंटीलेटर पर थे। पोहरी में फर्जी मतदान को लेकर हमले में परिवार के तीन लोगों की पहले ही मौत हो गई थी।
पोहरी विधानसभा के ग्राम चकरामपुर में दो फर्जी वोटों को लेकर हुए विवाद में भदोरिया परिवार पर हमला किया गया था। इस हत्याकांड में चौथी मौत हो गई। 50 साल के मुन्नालाल भदोरिया की सांसे भी उखड़ गईं। 17 नवंबर को वारदात में उनकी 42 साल की पत्नी आशा देवी, 45 साल के छोटे भाई लक्ष्मण और 20 साल के भतीजे हिमांशु उर्फ अमरसिंह की भी इस विवाद में जान जा चुकी है।
हत्याकांड के बाद गांव में दहशत पसर गई है। वारदात के बाद डर के कारण चकररामपुर गांव खाली हो चुका है, ज्यादातर लोग गांव से भाग चुके हैं। अधिकांश घरों में ताले लटके हैं। यहां सिर्फ पुलिस के लोग ही नजर आ रहे हैं। गांव में सन्नाटा पसरा है। करीब 2 हजार लोगों की आबादी वाला यह गांव खाली हो चुका है। घरों में ताला लगाकर लोग अपने खेत, खलिहानों या रिश्तेदारों के घर चले गए हैं।
मतदान के दिन यानि 17 नवंबर को गांव के कुशवाह और भदोरिया परिवार के बीच झगड़ा हो गया। कुशवाह परिवार ने भदोरिया परिवार के तीन सदस्यों को मार डाला। भदोरिया परिवार के तीन अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए जिनका ग्वालियर में इलाज चल रहा है। इन घायलों में मुन्नालाल भी थे जिनकी मौत हो गई।
मृतक पक्ष की मांग के बाद आरोपियों के घरों को जमींदोज कर दिया गया है। दोनों परिवारों में पुरानी रंजिश थी जिसे चुनावी विवाद ने हवा दे दी। भदोरिया परिवार के लोगों का कहना है कि दो फर्जी वोट डाले जा रहे थे जिसे रोका गया। पीड़ित भदोरिया परिवार के अनुसार फर्जी मतदान और बूथ कैप्चरिंग का विरोध करने के कारण हत्याएं की गई। कुशवाह परिवार के लोगों ने भदोरिया परिवार को जिंदा जलाने की कोशिश की और फिर बाद में करीब आधा दर्जन लोगों को पीट-पीट कर मार डाला।